नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने धान पर अधिकतम समर्थन मूल्य (MSP) में 72 रुपये प्रति क्विटंल का इजाफा किया है। इससे वित्त वर्ष 2021-22 के लिए धान की MSP बढ़कर 1,940 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। इससे पिछले वित्त वर्ष में धान की MSP 1,868 रुपये प्रति क्विंटल पर थी। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को अधिकतम समर्थन मूल्य में बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में कई अन्य फैसले भी किए गए।
कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि फसलों के अधिकतम समर्थन मूल्य में इजाफा किया जा रहा है और भविष्य में भी ऐसा किया जाएगा।
देश के किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध मोदी सरकार…
खरीफ विपणन मौसम 2021-22 के लिए सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने दी मंजूरी…
तोमर ने ट्वीट कर कहा
”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में विगत 7 वर्षों में लगातार कृषि के क्षेत्र में एक के बाद एक अनेक ऐसे निर्णय हुए जिससे किसान की आमदनी बढ़े, किसान महंगी फसलों की ओर आकर्षित हो, किसान के घर में खुशहाली आये और खेती फायदे का सौदा बने।”
उन्होंने कहा कि, ‘मोदी सरकार का, MSP को उत्पादन लागत के 1.5 गुना (अथवा उत्पादन लागत पर कम से कम 50% मुनाफा) के स्तर पर निर्धारित करने की दिशा में एक क्रान्तिकारी फैसला है।’
तोमर ने कहा कि पिछले वर्ष के 372.23 लाख मिट्रिक टन खरीद की तुलना में, अब तक लगभग 416.95 लाख मिट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीद हुई है, जिससे लगभग 45.67 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं।
उन्होंने कहा, ”रबी विपणन मौसम 2020-21 (6 जून 2021 तक) में गेहूं की खरीद के लिए किसानों को सीधे DBT के माध्यम से 82,347.39 करोड़ रूपए हस्तांतरित किए गए हैं।”
तोमर ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा है,
रबी विपणन मौसम 2020-21 (6 जून 2021 तक) में धान की खरीद के लिए किसानों को सीधे DBT के माध्यम से 1,53,515.20 करोड़ रूपए हस्तांतरित किये गए हैं।’