न्यूत …. सौ स्यानिन और नौ नानतिन आओ, पहाडोक काकोड और आम खानैकि

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2008
Dehradun: Former Uttarakhand chief minister Harish Rawat addressing press at his house in Dehradun on Monday. PTI Photo(PTI4_4_2016_000189B)

देहरादून। पहले पहाडों में (आजकल कुछेक जगह) जब किसी के यहां दावत होती थी तो एक व्यक्ति किसी ऊंची जगह से जोर से आवाज लगाता था ‘सौ स्यानिन और नौ नानतिन आ जा खानू पाकि गिछ …’ यानि सभी महिलाएं, बच्चे खाना खाने के लिए आ जाएं, भोजन तैयार हो गया है। पहाड की यह खूबसूरत परंपरा किसी लिखित संदेश का मोहताज नहीं होता था। लोग भोजन तैयार होने का संदेश पाते ही थाली और गिलास साथ लेकर चल पडते थे भोजन के लिए। हालांकि आज यह परंपरा काफी कम हो गई है। पहाड के कुछेक इलाकों में अभी भी यह परंपरा देखने को मिलती है। उत्तराखंड राजधानी देहरादून में आवाज लगाने कि परंपरा का निर्वहन तो नहीं होगा लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश चंद्र सिंह रावत ‘हरदा’ पहाडी व्यंजनों, पहाडी उत्पादों को पत्रकारों और लोगों को परोसने के लिए दावत पार्टियां खूब करते आ रहे हैं।
काफल पार्टी से लेकर तमाम पहाडी उत्पादों की पार्टी दे चुके हरदा आठ जुलाई को देहरादून में मैंगो पार्टी के नाम से पहाडी ककडी, पहाडी आम, मुगरी व भुट्टा इत्यादि की दावत देने जा रहे हैं। हरदा की पार्टी का आमंत्रण सोशल मीडिया के जरिये खूब पहुंच रहा है। पूर्व राज्य मंत्री उत्तराखंड सरकार एवं प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय राजीव गांधी सेना कांग्रेस पार्टी सुशील राठी ने पूर्व सीएम हरीश रावत की दावत का न्यौता सभी को भेजा है।