श्रीनगर। पेयजल मंत्री प्रकाश पंत की प्रेस कान्फ्रेंस में पहुंचे लोगों ने पानी के बिलों की बढ़ोतरी के विरोध में हंगामा मचाया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं व विरोध कर रहे लोगों के बीच जबरदस्त तू-तू, मैं-मैं हो गई। पुलिस व अन्य लोगों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो पाया। इस दौरान लोगों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर गहरा आक्रोश व्यक्त कर जन हितों के मुद्दों पर जनता के साथ छलावा करने का आरोप भी लगाया। गढ़वाल मंडल निगम सभागार में गुरुवार को पेयजल मंत्री प्रकाश पंत की प्रेस कान्फ्रेंस आहुत की गई थी।
इस दौरान प्रेस कान्फ्रेंस में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ही अन्य संगठनों के लोग भी मौजूद हो गए। प्रेस कान्फ्रेंस में पत्रकारों के सवालों के दौरान ही लोगों ने भी पेयजल मंत्री के समक्ष सवाल उठाए। प्रगतिशील जनमंच के अध्यक्ष अनिल स्वामी ने श्रीनगर में पानी के मीटर लगने के बाद बिलों में हुई भारी बढ़ोतरी पर कड़ा आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने मेडिकल कॉलेज को सेना के हवाले करने के मुद्दे पर कहा कि सरकार लगातार जनता को बेवकूफ बनाती जा रही है।
पानी के बिलों में बढ़ोतरी पर रोष
कहा श्रीनगर के लिए बनने वाले शुद्ध पेयजल योजना दो साल से अधिक समय से धरातल पर नहीं आ पाई है। जिससे लोगों को नदी में मिल रहे गंदे नालों का पानी पीने को विवश होना पड़ रहा है। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की कार्यशैली पर भी उन्होंने प्रश्न चिह्न लगाए। जिस पर भाजपा कार्यकर्ता भी भड़क गए। काफी देर तक दोनों पक्षों के बीच जमकर तू-तू, मैं-मैं चलती रही। जनमंच के सुधाकर भट्ट, झाबर सिंह रावत ने भी पानी के बिलों में बढ़ोतरी पर रोष व्यक्त किया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व प्रदेश मंत्री सुधीर जोशी, बिड़ला परिसर छात्र संघ के अध्यक्ष रहे संदीप राणा, पूर्व महासचिव ऋतांशु कंडारी ने कहा कि विवि में पढ़ने वाले छात्रों पर भी पानी के बढ़े हुए बिलों की मार पड़ रही है। कहा अकेले छात्र को ही दो से तीन हजार तक पानी का बिल भुगतान करना पड़ रहा है। उन्होंने जल्द से जल्द इसका समाधान कराए जाने की मांग की।