कुशीनगर हादसे में 13 बच्चों की दर्दनाक मौत के बाद मानव रहित क्रॉसिंगों को लेकर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं। पूर्व में भी गोरखपुर-बस्ती मंडल में मानव रहित क्रॉसिंग पर ऐसे दर्दनाक हादसे हो चुके हैं। लेकिन गुरुवार सुबह कुशीनगर में हुई दुर्घटना के लिए काफी हद तक ड्राइवर की लापरवाही भी जिम्मेदार थी।
ड्राइवर ने लगा रखे थे कान में हेडफोन
बताया जा रहा है कि जिस क्रासिंग पर यह हादसा हुआ वहां गेट मित्र तैनात था। उसने स्कूल वैन को क्रासिंग पार करने की कोशिश करते और दूसरी तरफ से ट्रेन को आते देखा तो चेतावनी देने की कोशिश भी की। गेट मित्र आवाज देता रहा लेकिन कान में हेडफोन लगाए ड्राइवर ने उसकी आवाज सुनी ही नहीं। ड्राइवर की इस लापरवाही की वजह से उसे सीवान की तरफ से आती 55075 अप ट्रेन के इतने नजदीक आ जाने का एहसास ही नहीं हुआ और देखते-देखते उसकी वैन ट्रेन से जा टकराई।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कुशीनगर विशुनपुरा थाना क्षेत्र के बहपुरवा रेलवे क्रासिंग पर गुरूवार को एक बड़ा हादसा हो गया है। यहां रेलवे क्रॉसिंग पर सामने से आ रही सीवान से गोरखपुर जाने वाली ट्रेन से ( ट्रेन नंबर 55075) बच्चों से भरी एक मैजिक वैन टकरा गई।
इस हादसे में अब तक 13 बच्चों की मरने की पुष्टि हो चुकी है, 4 बच्चे गम्भीर रूप से घायल हैं बच्चों और ड्राइवर को कुशीनगर जिला अस्पताल भेजा गया है। फिलहाल मौके पर स्थानीय लोग और पुलिसा बल पहुंच चुका है। राहत व बचाव कार्य जारी है।