काग्रेस पार्टी में 20 लोगों के अलग-अलग हैं विचार: राहुल गांधी

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मंगलवार को काग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ब्राउन विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों और छात्रों के एक समूह के साथ बातचीत में भाजपा और आरएसएस पर हमला करते हुए कहा “हमारी पार्टी में, 20 लोगों के अलग-अलग विचार हैं। क्या आपको लगता है कि वे भाजपा, बसपा या तृणमूल कांग्रेस में मौजूद हो सकते हैं? उन्होंने कहा कि एक खंड के अलग दृष्टिकोण होने पर भी पार्टी के अंदर बातचीत बंद नहीं हो सकती।

हम अराजक हैं, हम निरंतर हैं

कहा है कि केवल कांग्रेस पार्टी में ही इसके लिए जगह है और उनकी पार्टी में ही विचार-विर्मश की गुंजाइश भी है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस नाजी पार्टी नहीं है। यह आरएसएस नहीं है। हमारी समस्या अलग-अलग वर्गों के बीच बातचीत में फ्रैक्चर है। हम अराजक हैं, हम निरंतर हैं। हम बातचीत कर रहे हैं। यह हमारी प्रणाली है।

पार्टी के नेता राहुल गांधी ने कहा कि इस तरह के अलग-अलग दृष्टिकोण केवल उनकी पार्टी में ही जीवित रह सकते हैं। मंगलवार को राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस अराजक और स्थिर रहेगी और कभी भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) जैसे कैडर-आधारित संगठन नहीं बनेगी।

बता दें कि पिछले साल अगस्त में, पूर्व केंद्रीय मंत्रियों गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल और मनीष तिवारी सहित 23 वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र भेजा, जिसमें पार्टी के कामकाज और दृश्यमान नेतृत्व में व्यापक बदलाव की मांग की गई थी।

राहुल गांधी ने कृषि कानूनों पर भी भाजपा को घेमा, राहुल गांधी ने कहा कि यह बेहद विनाशकारी है। इसे लागू करना आसान नहीं है। अगर बीजेपी ने जबरन इसे लागू किया तो सामाजिक अशांति पैदा हो जाएगी।

राहुल गांधी ने भाजपा की तुलना हिटलर से करते हुए कहा कि हिटलर ने भी कहा था कि मुझे फ्रेंच और अन्य लोगों से बात करने की जरूरत नहीं है और मैं यूरोप चलाऊंगा, आपने देखा होगा कि तब क्या हुआ, बीजेपी और आरएसएस में खुद में झांकने की ताकत नहीं है, भाजपा मुझ पर अटैक करती है, जिससे मैं खुद में सुधार करता हूं।

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