केन्द्र सरकार पाक से निपटने के लिए पुंछ और राजौरी में बनाएगी 400 नए बंकर

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केन्द्र सरकार ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के मद्देनजर बड़ा फैसला लिया है। केन्द्र सरकार ने जम्मू कश्मीर के पुंछ और राजौरी जिले में और बंकर निर्माण को मंजूरी दी है। वहीं पिछले पांच दिनों में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी फौज ने राजौरी और पुंछ जिलों में 51 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया है जिसमें एक ही परिवार के तीन सदस्यों सहित चार नागरिकों की मौत हो गई और आठ सुरक्षाकर्मियों सहित 14 अन्य लोग घायल हो गए।

सीमा पार से भारी गोलाबारी को देखते हुए सरकार ने पुंछ और राजौरी जिलों के 200-200 अतिरिक्त व्यक्तिगत बंकारों को मंजूरी दी है। प्रशासन ने इन बंकरों का तेजी से निर्माण सुनिश्चित करने का अधिकारियों को निर्देश दिया और कहा कि इस बाबत कोष ग्रामीण विकास विभाग के जरिए संबंधित उपायुक्तों के पास होगा।

इस बीच, जाने-माने गुज्जर नेता शमशेर हकला पूंछी ने पुंछ जिले में पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में चार असैन्य लोगों की मौत पर दुख जताया और सरकार से सीमावर्ती निवासियों के लिए सुरक्षित कॉलोनियां बसाने का अनुरोध किया। उन्होंने असैन्य क्षेत्रों को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान की निंदा करते हुए कहा कि सीमा पार से होने वाली भारी गोलाबारी की वजह से लोग काफी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।

सेना प्रमुख ने जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर का किया दौरा, जवानों से सतर्क रहने को कहा

शनिवार को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर का दौरा किया और तैयारियों की समीक्षा की तथा सभी जवानों से सतर्क रहने के लिए कहा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा स्थित बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर मंगलवार को हवाई हमले के बाद सेना प्रमुख की यह पहली जम्मू यात्रा है। पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकी हमले के जवाब में यह हमला किया गया था।

रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया, नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास वर्तमान स्थिति के मद्देनजर सेना प्रमुख और उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रणबरी सिंह ने व्हाइट नाइट कोर का दौरा किया और सुरक्षा बलों की संचालन क्षमताओं की समीक्षा की। प्रवक्ता ने बताया कि सेना प्रमुख को संघर्ष विराम उल्लंघन की बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिए किए गए उपायों से भी अवगत कराया गया। सेना प्रमुख ने ड्यूटी के प्रति जवानों की प्रतिबद्धता, समर्पण और उच्च स्तरीय पेशेवर क्षमता की प्रशंसा की।

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