हाल ही में नेताओं के द्वारा कई ऐसी टिप्पणियां हुई जिससे राजनीतिक बयानबाजी पर सवालिया निशान खड़ा हो गया। लोकसभा चुनाव 2019 में नेताओं की बयानबाजी का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी और अभिनेत्री जया प्रदा पर समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान द्वारा अभद्र टिप्पणी की गई। जिस तरह से महिल प्रत्याशियों पर आपत्तिजन बयानबाजी हो रही है उस पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कड़ी आप्पती जताई है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि राजनेताओं को महिलाओं से संबंधित मुद्दों पर बोलने से पहले अपने दिमाग का इस्तेमाल करना चाहिए। किसी महिला पर टिप्पणी करना सबसे आसान होता है, जब आप अन्य चीजों के बारे में बात करते हैं जो बातचीत का हिस्सा नहीं होती। उन्होंने कहा कि आप आसानी से उनके ऊपर व्यक्तिगत टिप्पणी कर सकते हो।
रक्षा मंत्री ने कहा कि राजनेताओं को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए। हमें एक रेखा खींचनी है। पार्टी लाइन के बावजूद मुझे लगता है कि हम सभी को एक दूसरे पर सार्वजनिक टिप्पणी करने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह हमे पता होना चाहिए कि हम राजनीति के बारे में क्या बात करते हैं क्योंकि यह वह विरासत है जिसे हमे आने वाली पीढ़ी के लिए आगे छोड़ना है।
तीन दिन तक कोई चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगे आजम
शाहबाद की एक रैली में रविवार को आजम खान ने जया प्रदा का नाम लिए बिना बेहद शर्मनाक बयान दिया था। आजम ने कहा था, उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे। मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनका नेकर खाकी रंग का है। उनके इस बयान पर महिला आयोग ने तुरंत ऐक्शन लेते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। आजम के बयान के बाद चुनाव आयोग ने उनके प्रचार पर 72 घंटों की रोक लगाने का आदेश दिया है। अब आजम तीन दिन तक कोई चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगे।