मंगलवार को पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव 2019 के बाद टीएमसी को बड़ा झटका लगा है। टीएमसी के दो विधायक और सीपीएम का एक विधायक दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में भाजपा में शामिल हो गए। इस दौरान टीएमसी के 50 से अधिक पार्षद भी भाजपा में शामिल हुए हैं।
कैलाश विजयवर्गीय के मुताबिक, तीन विधायक और 50 से अधिक पार्षद भाजपा में शामिल हुए हैं। जैसे पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव हुए थे, भाजपा में शामिल होने के सात चरणों में भी होगा। आज सिर्फ पहला चरण था। उनके मुताबिक, हर माह टीएमसी नेता भाजपा में शामिल होंगे। सात चरण में टीएमसी नेता भाजपा में शामिल होंगे। मुकुल राय के मुताबिक, अगले विधानसभा चुनाव में टीएमसी के पास विपक्ष का ओहदा भी नहीं बचेगा।
शुभ्रांशु राय को अपने पिता मुकुल राय की तारीफ करने पर पार्टी से निकाला गया। उन्हें पार्टी विरोधी बयान देने के लिए छह साल के लिए तृणमूल कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। शुभ्रांशु दो बार बीजपुर से विधायक हैं।
तृणमूल का कहना है कि शुभ्रांशु लगातार पार्टी विरोधी बयान दे रहे थे, जिसकी वजह से यह कदम उठाया गया। दरअसल, पश्चिम बंगाल में भाजपा की बड़ी जीत पर शुभ्रांशु रॉय ने अपने पिता को बंगाल की राजनीति का असली चाणक्य बताया था। उनका कहना था कि हमारी पार्टी की हार हुई है और जनता ने हमारे खिलाफ मतदान किया है। हमें इस बात को स्वीकार करना चाहिए।
जीवन में कभी पद से इस्तीफा नहीं दे सकती ममता: मुकुल राय
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा इस्तीफा देने की इच्छा प्रकट करना एक नाटक है। वह कभी भी इस्तीफा नहीं दे सकती हैं। भाजपा नेता मुकुल राय ने यह प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने रविवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि ममता जीवन में कभी पद से इस्तीफा नहीं दे सकती हैं जब तक कि बंगाल की जनता उन्हें गणतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग कर सत्ता से हटा नहीं देती।