रफ्तार का कहर एक बार फिर देखने को मिला सोमवार की सुबह झारखंड के चैपारण में भीषण सड़क हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई जबकि दुर्घटना में 25 यात्री बुरी तरह घायल हो गए। बस-ट्रक की टक्कर में बस के परखच्चे उड़ गए। जीटी रोड पर चैपारण के दनुआ घाटी में सुबह करीब 3:30 बजे यह हादसा हुआ, जिसमें 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में कई लोग बिहार के गया, जहानाबाद, डोभी, बाराचट्टी के रहनेवाले हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हादसा इतना भयावह है कि मरनेवालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है।
हजारीबाग के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला राहत-बचाव कार्य की देखरेख के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। मुख्यालय से डॉक्टरों की टीम घायलों के बेहतर इलाज के लिए मौके पर रवाना हो गई है। बस के चालक मोहम्मद मुजाहिद की भी हादसे में मौत हो गई है। मृतकों में उपेंद्र बर्णवाल उम्र लगभग 45 साल , उनका बेटा आदित्य कुमार उम्र 10 साल कोतवाली थाना, गया, बिहार के रहने वाले हैं। मृतकों में योगेंद्र प्रसाद (जहानाबाद), भारती देवी, पति रामकृष्ण प्रसाद (रांची उम्र 40 साल), रामानंद पासवान (नंदुबीघा, जहानाबाद, बिहार), बंधनी मुंडा (भरनो, गुमला) और शिव शंकर प्रसाद (शांति नगर, रातू रोड, रांची) शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार महारानी बस भोर में साढ़े तीन बजे गुमला से मसौढ़ी जा रही हादसे का शिकार हो गई। दुर्घटनास्थल बिहार और झारखंड का सीमा क्षेत्र है। हादसे के वक्त बस में सभी यात्री सो रहे थे। बस का ब्रेक फेल होने को हादसे का कारण बताया जा रहा है। बताया गया कि सड़क पर पहले से खड़े छड़ लदे खराब ट्रक में बस के टकराने से यह भीषण हादसा हुआ है।
दुर्घटना की सूचना के बाद चैपारण थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई है। पुलिस बस में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास कर रही है। अब तक 9 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। मरने वालों में बस का ड्राइवर और खलासी भी शामिल हैं। बताया गया है कि इस हादसे में 2 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए हैं। जिन्हें इलाज के लिए चैपारण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
बहुत तेज रफ्तार में थी बस
हादसे की गवाह बनी बस में सफर कर रहे यात्री प्रदीप शर्मा ने इलाज के क्रम में बताया कि वे रांची से डोभी जाने के लिए स्लीपर में सवार थे। छड़ लदे ट्रक से जोरदार टक्कर हुई। किस्मत से जान बच गई। खाई में गिरते तो सब मारे जाते। इस हादसे में बुरी तरह घायल कृष्ण बल्लभ शर्मा ने बताया कि बस बहुत तेज रफ्तार में थी। चालक को कई बार मना किया गया था, लेकिन वह नहीं माना। अंततरू हादसा हो गया। भगवान की कृपा से जान बच गई।