नदी के रौद्र रूप ने मचाई तबाही, लोगों में दहशत

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घाट बाजार में लगभग 64 गांवों का बाजार है मगर सोमवार तड़के यहां भी तबाही का तांडव दिखा। चुफलागाड़ नदी के उफान पर आने से उसका रौद्र रूप दिखा और चार दुकानें देखते ही देखते पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गई। शंभू प्रसाद मैदुली, कुंवर सिंह, दिनेश मैदुली और पवन सती की दुकानें चुफलागाड़ ने लील ली और लाखों का सामान भी बरबाद हो गया।

स्थानीय निवासी दिनेश सती बताते हैं कि सोमवार सुबह तीन बजे से ही चुफलागाड़ नदी का रौद्र रूप दिखने लगा और उसने तबाही मचानी शुरू कर दी। देखते ही देखते नदी ने बाजार में अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया। लोग घरों से बाहर आ गए। बताते हैं कि बाजार के ही दौलत सिंह, राकेश आदि की दुकानें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। यहां पर पुलिस और प्रशासन सुबह यहां पहुंचा और सुरक्षा की दृष्टि से 34 दुकानों के मालिकों और मकानों को खाली कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के लिए कहा।

आसमानी आफत से जमींदोज हुए घर

सोमवार के तड़के आसमानी आफत ने फिर से कहर बरपाया है। घाट विकास खंड के लांखी, बांजबगड़ के ग्रामीणों के घर 20 मिनट की आसमानी आफत से जमींदोज हो गए। और इन जमींदोज हुए घरों में छह लोग भी दब कर मर गए। उन्हें अपनी जान बचाने के लिए मौका भी नहीं मिल पाया। मूसलाधार बारिश से घर भर-भराकर गिर गए। घर के कुछ लोगों ने भाग कर जान बचाई और जो भाग न सके वे जिंदा दफन हो गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार देर रात से ही इलाके में भारी बारिश शुरू हुई। सुबह करीब साढ़े चार बजे लांखी गांव के ऊपर मूसलाधार बारिश हुई। आसमानी आफत शंकर लाल के पुस्तेनी मकान पर भी गिरी और यह मकान भर-भरा कर गिर पड़ा। इस घटना में शंकर लाल की 8 वर्ष की बेटी आरती और 6 वर्ष की बेटी अंजली जिंदा दब गई। 24 वर्षीय अजय पुत्र सुरेंद्र लाल जो निवासी नौरख पीपलकोटी के थे। घर में आए मलबे की चपेट में आकर उनकी दर्दनाक मौत हो गई। सोमवार को हुई इस आपदा में बांजबगड़ में भी बारिश से घर के ऊपर से हुए भूस्खलन से अब्बल सिंह का आवासीय मकान दब गया। इसकी चपेट में अब्बल सिंह की 33 वर्षीय पत्नी रूपा देवी तथा नौ माह की मासूम बेटी दब गई।

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