गुरुवार को सीएम त्रिवेंद्र रावत ने ईसी रोड पर सखी वन स्टॉप सेंटर के नये भवन का लोकार्पण किया। यह सेंटर उन महिलाओं के लिए हैं, जो किसी हिंसा से पीड़ित हैं और रहने के लिए आश्रय नहीं मिल रहा। सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि सरकार महिलाओं और बच्चों के कल्याण के निरंतर काम कर रही है। प्रदेश को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अति कुपोषित बच्चों को गोद लेकर मंत्री, विधायक और अफसर उनकी देखभाल कर रहे हैं।
सीएम ने कहा कि सरकार महिला और बच्चों के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। बताया कि राज्य में 27 हजार कुपोषित बच्चे हैं। इसमें अति कुपोषित बच्चों को गोद लेकर उनकी देखभाल की जा रही है। बच्चों को पौष्टिक आहार देने के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को हफ्ते में दो दिन दूध दिया जाता है।
कुपोषण जैसी समस्या के निवारण के लिए जन जागरूकता जरूरी
उन्होंने कहा कि कुपोषण जैसी समस्या के निवारण के लिए जन जागरूकता जरूरी है। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि वन स्टॉप सेंटर पर किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं को एक छत के नीचे सभी सुविधाएं मिलेगी। यहां ठहरने, भोजन के साथ ही कानूनी, स्वास्थ्य और पुलिस सुरक्षा भी मिलेगी। जल्द ही सभी जिलों में ऐसे सेंटर खोले जाएंगे।
वन स्टॉप सेंटर का संचालन महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग करेगा। इस सेवा को राष्ट्रीय महिला हेल्प लाइन 181 से जोड़ा गया है। सेंटर में चिकित्सकीय सहायता के साथ एफआईआर, एनसीआर, डीआईआर दर्ज करने के लिए सहायता मिलेगी। महिलाएं इसमें पांच दिन तक ठहर सकती हैं। इसमें भोजन की भी सुविधा है।