त्योहार के सीजन में पुलिस एक अक्तूबर से राज्य में मिलावट के खिलाफ विशेष अभियान शुरू करने जा रही है। इसके तहत मिलावटखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों की अब खैर नहीं। डीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने सोमवार को सभी जनपद प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में इसके लिए विशेष टीम बनाने के निर्देश दिए। अभियान 31 अक्तूबर तक चलेगा। इसकी रोजाना समीक्षा होगी।
अशोक कुमार ने बताया कि दशहरा और दीपावली पर दूध, मावा, पनीर और मिठाइयों जैसे खाद्य पदार्थों में भारी मिलावट की जाती है। इससे जनहानि या बीमारियों जैसे नुकसान की आशंका है। इसे देखते हुए ये विशेष अभियान चलाया जा है। सभी जनपदों में एसपी सिटी या देहात के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए खुफिया विभाग की भी मदद ली जाएगी ताकि सूचनाएं समय पर आ सकें। मिलावटी सामान की समय पर सेंपलिंग व जांच के लिए अभियान में खाद्य सुरक्षा विभाग को भी शामिल किया जाएगा।
वर्षों लग जाते हैं रिपोर्ट आने में
खाद्य विभाग द्वारा जांच के लिए भेजे पदार्थों के सैंपलों की रिपोर्ट कभी समय पर नही आती। राज्य में खाद्य पदार्थों की जांच के लिए एकमात्र लैब रुद्रपुर में है। इसमें भी सुविधाओं की कमी के चलते रिपोर्ट आने में वर्षों लग जाते हैं। इससे मिलावटखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हो पाती और मिलावटखोरी जारी रहती है। अपर सचिव स्वास्थ्य अरुणेंद्र चैहान ने बताया कि खाद्य पदार्थो में मिलावट रोकने को एफडीए का गठन किया गया है। मिलावटखोरी पर प्रभावी रोक लगाने की कार्रवाई की जा रही है।