महाशिवरात्रि के मौके पर शुक्रवार रात को क्षेत्र के बसंतीपुर गांव में भंडारे का आयोजन किया गया था। बड़ी संख्या में ग्रामीण भंडारे में शामिल हुये। लेकिन, शनिवार तड़के से दिनेशपुर स्वास्थ्य केन्द्र में पेट में तेज दर्द, उल्टी, से परेशान मरीज पहुंचने लगे। दिनेशपुर के सरकारी अस्पताल में शनिवार को उस वक्त अफरातफरी मच गयी, जब एक के बाद एक मरीज यहां इलाज के लिये आने लगे।
एक ही गांव के ये सारे मरीज लगातार उल्टियों से परेशान थे, जिनमें बड़ी तादाद महिलाओं और बच्चों की थी। मरीजों की संख्या बढ़कर 200 पहुंच गयी तो जिला अस्पताल से तुरंत डॉक्टरों की टीम यहां बुला ली गयी। दोपहर तक 96 मरीजों की जांच की जा चुकी थी, कुछ को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। मामला फूड पॉइजनिंग का है।
अस्पताल कर्मियों के फूले हाथ-पांव
शनिवार तड़के से दिनेशपुर स्वास्थ्य केन्द्र में पेट में तेज दर्द, उल्टी, से परेशान मरीज पहुंचने लगे। हालत यह थी कि सुबह 11 बजे तक 200 मरीज अस्पताल आ चुके थे। यह देख अस्पताल कर्मियों के हाथ-पांव फूल गये। अस्पताल कर्मियों की सूचना पर सीएमओ डॉ. शैलजा भट्ट ने तुरंत डॉक्टरों की एक टीम को दिनेशपुर भिजवा दिया।
शुरुआती तौर पर यह बात सामने आई है कि सभी मरीज बसंतीपुर गांव के हैं और इन सभी ने शुक्रवार रात भंडारे में भोजन किया था। ऐसे में डॉक्टरों ने फूड पॉइजनिंग को बड़ा कारण माना है। खबर लिखे जाने तक दिनेशपुर अस्पताल में 96 मरीजों को इलाज दिया जा चुका था। इनमें से कुछ को जिला अस्पताल भी भेज दिया गया है। बाकी मरीजों की जांच जारी है।