महाप्रबंधक (संचालन) दीपक जैन ने बताया कि सरकार ने दोगुना किराए पर बस संचालन की मंजूरी दी है। अभी इसकी अधिसूचना आनी बाकी है। बसों के संचालन के लिए रूटों का चयन किया जा रहा है। उत्तराखंड परिवहन निगम पहले चरण में देहरादून और हल्द्वानी के लोकल रूटों पर बसों का संचालन करेगा। इसके लिए रोडवेज ने रूटों का चयन करना शुरू कर दिया है। 23 जून को निगम की बोर्ड बैठक में संचालन का प्रस्ताव रखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि पहले चरण में राज्य के भीतर बसें चलाने की योजना है। हम ऐसे रूटों पर बसें चलाएंगे, जहां पर यात्री मिल सकें। देहरादून से हरिद्वार, ऋषिकेश और मसूरी के लिए पहले चरण में बसें चलाई जाएंगी। कुमाऊं में भी उन रूटों पर पहले बसें चलेंगी जहां यात्रियों का दबाव हो। इससे निगम को संचालन में घाटा भी नहीं होगा और लोगों को परिवहन की सुविधा भी मिलेगी।
रोडवेज कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर जताया अपना विरोध
तीन महीने से तनख्वाह न मिलने से नाराज रोडवेज कर्मचारियों ने रविवार को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने आंख और हाथ पर काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया। उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों ने रविवार को काठगोदाम डिपो परिसर में प्रदर्शन किया। प्रदेश अध्यक्ष कमल पपनै ने कहा कि रोडवेज कर्मचारियों ने पूरे प्रदेश में कोरोना योद्धाओं की तरह ड्यूटी निभाई, पर सरकार की आंखें बंद हैं और हमें विवश होकर आंखों पर पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है। वेतन न मिलने से कर्मचारियो के आगे आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।