सोमवार देर शाम दून-मसूरी रोड का 50 मीटर हिस्सा बह गया। सड़क इस कदर ध्वस्त हुई है कि 12 मीटर की चैड़ाई में से सिर्फ एक मीटर भाग ही शेष है। मार्ग का संपर्क कट जाने से थोड़ी ही देर में दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस को वाहनों को वापस लौटाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। सड़क की स्थिति को देखते हुए माना जा रहा है कि इसे दुरुस्त करने में 15 से 20 दिन का समय लगेगा। सड़क बहने से मसूरी का दून से संपर्क कट गया है।
भारी वाहनों की आवाजाही पर लगाई रोक
लोनिवि प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता ने बताया कि दून-मसूरी रोड पर पानीवाला बैंड के पास सड़क सुबह से धंसने लगी थी। इसके चलते इस मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी। सड़क की स्थिति का लगातार जायजा लिया जा रहा था। सोमवार देर शाम साढ़े छह बजे सड़क का करीब 50 मीटर भाग बह गया।
उन्होंने बताया अब मंगलवार सुबह सड़क को दुरुस्त करने के लिए सुरक्षा दीवार का नए सिरे से निर्माण शुरू किया जाएगा। क्षतिग्रस्त भाग काफी लंबा है, लिहाजा इसमें कई दिन लग जाएंगे। यदि मौसम ने साथ दिया तो 15 से 20 दिन के भीतर सड़क को यातायात के लिए बहाल कर दिया जाएगा। मसूरी जाने के लिए लंबीधार-किमाड़ी के रूप में एक वैकल्पिक मार्ग भी है, मगर मलबा आने के चलते यह भी दो-तीन स्थानों पर बाधित चल रहा है।
लोनिवि के अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार तक इसे बहाल करने के प्रयास किए जाएंगे। फिलहाल, पुलिस ने देहरादून से मसूरी की तरफ कुठालगेट पर बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों की आवाजाही रोक दी है। मसूरी जाने वाले वाहनों को वाया विकासनगर-यमुना पुल-कैम्पटी मार्ग से गुजारा जा रहा है। हालांकि, यह रूट मुख्य मार्ग की अपेक्षा करीब ढाई गुना लंबा है। मसूरी से आने वाले वाहनों को भी पुलिस ने इसी मार्ग पर डायवर्ट कर दिया है।