बाजार बंदी को लेकर उहापोह की स्थिति में व्यापारी

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व्यापारियों की शनिवार रविवार को पूर्ण बंदी को लेकर जुदा जुदा राय हैं। जहां कुछ व्यापारी साप्ताहिक लॉक डाउन कर संपूूर्ण शहरी परिक्षेत्र केे बाजारों में सैनिटाइजैसन का कार्य होना चाहिए या फिर 14 दिनों का सम्पूर्ण लॉक डाउन किया जाए, वहीं कुछ व्यापारी बाजारों की कार्य समयावधि सुबह 10:00 से शाम 7:00 बजे तक करने का विचार जताते नजर आते हैं।

दून वेली व्यापार मंडल के कई प्रतिनिधियों द्वारा बताया गया कि कुछ चुनिन्दा लोगों द्वारा जिनका छोटे और मंझोले व्यापारियों से कोई संबंध नहीं है और ना ही कोई सरोकार है उनके द्वारा बाजारो में भ्रांतियां फैलाई जा रही है कि व्यापारी शनिवार और रविवार को लॉकडाउन करना चाहते है। जबकि ये वे लोग हैैं जिनके बड़े-बड़े मॉल है बड़े-बड़े शॉपिंग काॅम्प्लेक्स है। बेशक ये इनकी निजी राय हो सकती है जब कि इस वर्चुअल मीटिंग में शहर के सभी प्रतिनिधियों द्वारा सुझाव आए है कि अगर सरकार निर्णय लेती है तो ही बाजार बंदी को लेकर कोई निर्णय मान्य होगा।

जबरन बाजार बंदी करवाया गया तो होगा कड़ा विरोध

वही कई व्यापारी मानते हैं कि यह तभी संभव है जब सरकार या प्रशासन इस विषय पर सभी संगठनों की राय मशविरा सेे कोई ठोस निर्णय लेे। दून वेली व्यापार मंडल इस नतीजे पर पहुंचा कि यदि किसी संगठन विशेष द्वारा जबरन बाजार बंदी करवाया गया तो व्यापारी इसका कड़ा विरोध करेंगे।

इस मसले पर व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज मैसोन कहते हैं कि “यदि व्यापारियों के लिए सरकार या प्रशासन द्वारा शनिवार, रविवार बंदी का कोई आदेश आता है तो वही सर्वमान्य होगा। किसी संगठन विशेष के कहने पर बाजार बंद नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा बाकी व्यापारी अपने आप में स्वतन्त्र है कि उसे अपनी दुकान बंद करनी है या नहीं उन्होंने सभी से निवेदन किया कि किसी भी व्यापारी पर बाजार बंदी जबरदस्ती न थोपी जाए”

हालांकि सरकार ने अभी इस पर कोई स्पष्ट निर्णय नही लिया है तो वहीं आशीष श्रीवास्तव (जिलाधिकारी, देहरादून) ने एक न्यूज एजेंसी को दिए बयान में बताते है कि “दून व्यापार मंडल ने निर्णय लिया है कि वो अपने संगठन की तरफ से शानिवार और रविवार को मार्केट में अपनी दुकान बंद रखेंगे और बाकी दिनों में दुकाने शाम 7 बजे तक ही खोलेंगे।उन्होंने ये निर्णय देहरादून में बढ़ते कोविड-19 मामलों के तहत लिया है”

वह कहते हैं कि “बाजार बंदी को लेकर सरकार कि ओर से कोई आदेश नही दिया गया है। प्रशासन जबरन बाजार बंद कराने के विरुद्ध कार्यवाही करेगा। पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया है। वहीं महापौर सुनील उनियाल गामा कहते हैं कि -अगर दो दिन बाजार बंद रहता है तो नगर निगम पूरे बाजार का सैनीटाइजेसन करेगा।

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