सोमवार को न्यू कैंट रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गृह प्रवेश किया। उन्होंने आवास स्थित शिवमंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री आवास से जुड़े मिथक को लेकर उन्होंने कहा कि वह कर्म में विश्वास रखते हैं और वर्तमान में जीते हैं। उन्होंने कभी न तो भूतकाल की चिंता की और न ही उसका प्रायश्चित। भविष्य में क्या होगा, उसकी चिंता क्यों की जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवास में राज्य के संसाधन लगे हैं तो जो भी मुख्य सेवक हो, उसे वहीं रहना चाहिए। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने भी मुख्यमंत्री आवास आकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को गृह प्रवेश पर शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री आवास को लेकर कई मिथक चले आ रहे हैं। कहा जाता है कि जो भी इस आवास में रहता है, वह अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाता। इस आवास में रहने आए मुख्यमंत्री डा रमेश पोखरियाल निशंक अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए और उन्हें पद छोड़ना पड़ा। इसके बाद विजय बहुगुणा इस आवास में रहे, लेकिन वह भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस आवास से दूरी बनाए रखी। वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इस आवास में रहने आए। वह भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए।
पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कार्यकाल काफी अल्प रहा और वह इस आवास में नहीं आ पाए। ऐसे में सवाल उठने लगे थे कि नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस आवास में रहने आएंगे अथवा नहीं। हालांकि, मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने यह साफ कर दिया था कि वह इस आवास में रहेंगे।
सोमवार को उन्होंने पूजा-अर्चना के बाद परिवार सहित गृह प्रवेश किया। वह आवास स्थित गौशाला भी गए और गौ माता का आशीर्वाद लिया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, गणेश जोशी, डा धन सिंह रावत, यतीश्वरानंद के अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, मेयर सुनील उनियाल गामा समेत कई विधायक मौजूद रहे।