भारत ने साल 2022 में अपने पासपोर्ट को और मजबूत किया है। दुनिया के सबसे मजबूत पासपोर्ट की लिस्ट में बीते साल भारतीय पासपोर्ट का 90वां स्थान था लेकिन इस साल यह छह स्थान चढ़कर 84वें स्थान पर पहुंच गया है क्योंकि अब इसकी पहुंच 59 देशों तक है, जहां के लिए पूर्व वीजा की आवश्यकता नहीं है। यानी, भारतीय पासपोर्ट धारक अब 59 देशों में बिना पूर्व वीजा के यात्रा कर सकते हैं। बता दें कि पासपोर्ट के मजबूत होने से मतलब है कि वह कितने ज्यादा देशों में पूर्व वीजा के बिना यात्रा की अनुमति देता है।
‘हेनली पासपोर्ट इंडेक्स’ के अनुसार, भारतीय पासपोर्ट के साथ अब लोग 59 स्थानों में बिना वीजा यात्रा कर सकते हैं। यह इंडेक्स इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट ऑथोरिटी के डेटा पर आधारित है। लिस्ट में भारत का 84वां स्थान है। 2021 की चैथी तिमाही में 58 वीजा-मुक्त पहुंच वाले गंतव्यों की तुलना में ओमान वह नया देश है, जहां भारतीय पासपोर्ट धारक बिना वीजा प्राप्त किए जा सकते हैं।
जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, जर्मनी, स्पेन, लक्समबर्ग, इटली, फिनलैंड, फ्रांस, स्वीडन, नेदरलैंड, डेनमार्क, ऑस्ट्रिया, पुर्तगाल और आयरलैंड को ‘हेनली पासपोर्ट इंडेक्स’ में सबसे ऊपर जगह मिली है।
जापान और सिंगापुर इस रैंकिंग में टॉप पर हैं। यह यात्रा स्वतंत्रता के रिकॉर्ड-तोड़ स्तरों को दर्शाते हैं। इन दोनों एशियाई देशों के पासपोर्ट धारक अब दुनिया भर के 192 गंतव्यों में वीजा-मुक्त प्रवेश कर सकते हैं। यह संख्या अफगानिस्तान से 166 अधिक है, जो इस इंडेक्स में सबसे नीचे है।
भारत और विदेशों में पासपोर्ट जारी करने वाले प्राधिकरणों द्वारा 2019 में 12.8 मिलियन से अधिक पासपोर्ट जारी किए गए, जिससे चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद विश्व स्तर पर भारत तीसरा सबसे बड़ा पासपोर्ट जारीकर्ता बन गया।