यूक्रेन पर रूसी सेना के हमले में एक भारतीय छात्र की मौत

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यूक्रेन पर रूस के हमले का आज छठा दिन है। रूसी सेना ने यूक्रेन के कई इलाकों में हमला और तेज कर दिया है। रूस के हमले में यूक्रेन के कई नागरिक अपनी जान गंवा चुके हैं। उधर, रूसी सेना की गोलीबारी में एक भारतीय छात्र की भी मौत हो गई है। विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि यूक्रेन के खार्किव में मंगलवार सुबह गोलाबारी में एक भारतीय छात्र की जान चली गई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। विदेश मंत्रालय मृतक छात्र के परिवार के संपर्क में है।

बागची ने बताया कि विदेश सचिव रूस और यूक्रेन के राजदूतों से भारतीय नागरिकों के लिए तत्काल सुरक्षित पैसेज की फिर मांग कर रहे हैं. जो अभी भी खार्किव और अन्य संघर्ष क्षेत्रों में हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह की कार्रवाई रूस और यूक्रेन में हमारे राजदूतों द्वारा भी की जा रही है।

टीवी रिपोर्ट में बताया गया है कि आज सुबह बचाव अभियान के दौरान ही भारतीय छात्र रूस के हमले की चपेट में आ गया। जैसे ही यह खबर भारतीय मीडिया में आई यूक्रेन में फंसे भारतीयों के परिवारवालों की धड़कनें बढ़ गईं। लोग अपने बेटे-बेटियों की सुरक्षित वापसी की प्रार्थना कर रहे हैं।

फोन से हुई नवीन की पहचान

एक रिपोर्ट में बताया गया है कि खरकीव स्थित गर्वनर हाउस पर सुबह 7 बजे के करीब जब कई छात्र खाने के लिए लाइन में लगे हुए थे, उसी दौरान हमला हुआ और नवीन की मौत हो गई। खरकीव में सुबह जिस गर्वनर हाउस को रूस की सेना ने उड़ाया, उसी के पास नवीन खड़े थे। नवीन खरकीव मेडिकल यूनिवर्सिटी में मेडिकल के फोर्थ ईयर के छात्र थे। एक फोन उनके पास था, जिसके जरिए उनकी पहचान हुई।

कीव छोड़ने का सुबह ही आया था निर्देश

आज सुबह ही यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने सभी भारतीयों को जल्द से जल्द राजधानी कीव छोड़ने को कहा था। इसके बाद से ही लगने लगा था कि कीव में हालात तेजी से बिगड़ सकते हैं और वहां भीषण हमले हो सकते हैं। रूस की तरफ से की गई एयर स्ट्राइक के वीडियो भी सामने आए। भारतीयों में भी टेंशन बढ़ती जा रही थी और दोपहर बाद रूसी हमले में भारतीय छात्र के मारे जाने की दुखद खबर आई।

मंगलवार को ही भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी जारी कर कहा कि छात्रों सहित सभी भारतीय ट्रेन या किसी दूसरे साधन से आज तत्काल कीव छोड़ दें। दरअसल, यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से वहां हवाई क्षेत्र बंद है। ऐसे में भारत सरकार वहां फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया से लगी यूक्रेन की सीमा चैकियों के जरिए बाहर निकाल रही है।

मोदी सरकार ने अपने चार मंत्रियों को यूक्रेन से भारतीयों को निकालने में मदद के लिए चार पड़ोसी देशों में भेजा है। उधर, एयर इंडिया के साथ-साथ इंडिगो, स्पाइस जेट भी ऑपरेशन गंगा में शामिल हो गए हैं। भारत सरकार यूक्रेन मिशन का पूरा खर्च उठा रही है। बताया गया है कि अब भी यूक्रेन में करीब 6,000 भारतीय फंसे हो सकते हैं।

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