भारतीय सेना को मिले 288 युवा सैन्य अधिकारी

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एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने। ड्रिल स्क्वायर पर ‘भारत माता तेरी कसम तेरे रक्षक बनेंगे हम’ आइएमए गीत पर कदमताल करते जेंटलमैन कैडेट ने दर्शक दीर्घा में बैठे हरेक व्यक्ति को मंत्रमुग्ध कर दिया।

आइएमए में अंतिम पग भरते ही 288 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसके साथ ही आठ मित्र देशों के 89 विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ ले. जनरल अमरदीप सिंह भिंडर ने परेड की सलामी ली।

शनिवार सुबह छह बजकर 40 मिनट पर मार्कर्स काल के साथ परेड आरंभ हुई। कंपनी सार्जेंट मेजर विवेक कुमार, प्रणव, आर्यन सिंह, हिमांशु कुमार, जयेंद्र सिंह व अनिकेत ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली।

छह बजकर 45 मिनट पर एडवांस काल के साथ ही छाती ताने देश के भावी कर्णधार गर्व के साथ कदम बढ़ाते परेड के लिए पहुंचे। इसके बाद परेड कमांडर नीरज सिंह पपोला ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली।

जेंटलमैन कैडेट्स ने अंतिम पग भरा, तो तीन हेलीकाप्टरों से उन पर पुष्प वर्षा की गई। निरीक्षण अधिकारी ने कैडेट्स को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया।

समस्तीपुर (बिहार) के मौसम वत्स को स्वार्ड आफ आनर व रजत पदक से सम्मानित किया गया, जबकि ऊधमसिंहमगर (उत्तराखंड) के नीरज सिंह पपोला को स्वर्ण और मंडी (हिमाचल प्रदेश) के केतन पटियाल को कांस्य पदक मिला।

दिल्ली के दिगांत गर्ग ने रजत पदक (टीजी) हासिल किया। वहीं, भूटान के तेंजिन नाम्गे सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट चुने गए। इस दौरान आइएमए कमांडेंट ले जनरल हरिंदर सिंह,डिप्टी कमांडेंट मेजर जनरल आलोक जोशी समेत कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी उपस्थित थे।

आइएमए की पसिंग आउट परेड के दौरान झंडा लेकर जाते कैडेट।

बिहार निवासी मौसम वत्स को स्वार्ड आफ आनर प्रदान करते मुख्य अतिथि दक्षिण पश्चिमी कमान के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह भिंडर।

पासिंग आउट परेड के दौरान मुख्य अतिथि दक्षिण पश्चिमी कमान के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह भिंडर ने संबोधित किया। आइएमए की पसिंग आउट परेड के दौरान हैलीकाप्टर से कैडेट्स पर फूलों की वर्षा की गई।

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