कोरोना महामारी के कारण दो साल से कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध था। जिस वजह से शहर के शिव भक्तों को कांवड़ यात्रियों की सेवा करने का मौका नहीं मिल पा रहा था लेकिन अब कोरोना महामारी का प्रकोप कम हो गया है। इसलिए इस साल कांवड़ यात्रा चलेगी। ऐसे में शहर में कांवड़ यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर शिविर लगाकर दिन-रात कांवड़ यात्रियों की सेवा करने वाले सामाजिक संगठनों में उत्साह है। वहीं विभिन्न संगठनों की ओर से जोर-शोर से तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। शहर में कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ पटरी पर अलग-अलग संगठनों की ओर से आठ-दस शिविर लगाए जाते हैं।
14 जुलाई से प्रारंभ हो रही है कांवड़ यात्रा
कांवड़ यात्रा 14 जुलाई से प्रारंभ हो रही है। कांवड़ यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, राजस्थान आदि राज्यों से कांवड़ यात्री हरिद्वार और ऋषिकेश कांवड़ जल लेने के लिए पहुंचेंगे। हरिद्वार-ऋषिकेश से कांवड़ जल लेकर रुड़की से होकर गुजरेंगे। ऐसे में इसको लेकर पुलिस-प्रशासन की ओर से व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना शुरू कर दिया गया है। वहीं कांवड़ यात्रा के दौरान शिव भक्त कांवड़ यात्रियों की सेवा के लिए चिकित्सा, भोजन, विश्राम आदि के शिविर लगाने वाले सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने भी जोर-शोर से तैयारियां शुरू कर दी हैं।
कोरोना की रफ्तार धीमी पडने पर इस साल चलेगी कांवड़ यात्रा
संगठन के पदाधिकारियों की ओर से बैठक करके रूपरेखा तैयार की जा रही है। समर्पण संगठन के अध्यक्ष नरेश यादव के अनुसार कोविड-19 के कारण दो साल से कांवड़ यात्रा नहीं चल रही थी। जिस कारण कांवड़ यात्रियों की सेवा करने का मौका नहीं मिल पा रहा था, लेकिन कोरोना की रफ्तार धीमी पडने पर इस साल कांवड़ यात्रा चलेगी। ऐसे में संगठन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों में उत्साह है। बताया कि कांवड़ पटरी पर गंगा माता मंदिर के समीप समर्पण की ओर से शिविर लगाया जाएगा। इसमें हरिद्वार और ऋषिकेश से गंगाजल एवं कांवड़ लेकर आने वाले कांवड़ यात्रियों को चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आदि की ओर इसमें सहयोग दिया जाएगा।
नरेंद्र सिंघल ने बताया कि कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारियां शुरू
कांवड़ सेवा दल अनाज मंडी के अध्यक्ष नरेंद्र सिंघल ने बताया कि कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। बताया कि सिविल लाइंस स्थित श्री प्राचीन सिद्धेश्वर महादेव शिव मंदिर में कांवड़ यात्रियों के लिए शिविर लगाया जाएगा। बताया कि मंदिर परिसर में साफ-सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। कांवड़ यात्रा के दौरान श्री प्राचीन सिद्धेश्वर महादेव शिव मंदिर में कांवड़ यात्रियों की सेवा करने वाली सावित्री मंगला के अनुसार कांवड़ यात्रा को लेकर वे काफी उत्साहित हैं। दो साल से कांवड़ यात्रियों की सेवा करने का मौका नहीं मिल पा रहा था। उनके अनुसार इस साल कांवड़ यात्रियों के अधिक संख्या में आने का भी अनुमान है।