देशभर के साथ उत्तराखंड में पर्व की छटा देखते ही बन रही है। कुछ ऐसा ही नजारा गणेश चतुर्थी पर्व पर देखने को मिला। बुधवार को देहरादून और तीर्थनगरी ऋषिकेश में गणेश चतुर्थी पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विभिन्न मंदिरों और समितियों ने गणेश महोत्सव का शुभारंभ किया गया।
पांडालों में धूमधाम के साथ गणपति बप्पा की मूर्ति की स्थापना
शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में घरों के साथ पांडालों में धूमधाम के साथ गणपति बप्पा की मूर्ति की स्थापना की गई। ऋषिकेश के आदर्श ग्राम स्थित श्री सिद्ध गणेश मंदिर में प्रातरू पूजा-अर्चना और भजन कीर्तन के साथ आरंभ हुए कार्यक्रमों के साथ संत महात्माओं ने प्रवचन किए।
भगवान गणेश की नौ फीट ऊंची मूर्ति की स्थापना
लक्ष्मणझूला मार्ग स्थित बगलामुखी पीठ में गणेश महोत्सव पर भगवान गणेश की नौ फीट ऊंची मूर्ति की स्थापना की गई साथ ही विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम संपन्न कराए गए। नगर की हद्वय स्थली त्रिवेणी घाट में भी धार्मिक अनुष्ठानों के बीच गणपति जी स्थापित किए गये। पर्व का प्रमुख केन्द्र श्री गणपति सेवा मंडल के तत्वावधान में मनाया जा रहा गणपति महोत्सव रहा।
श्री गंगेश्वर बजरंग महादेव मंदिर के सेवादारों ने मनीराम मार्ग पर बेहद आर्कषक पंडाल में गणपति बप्पा की मूर्ती को स्थापित किया। इस दौरान कार्यक्रम स्थल विघ्नविनाशक बप्पा के गूंजायमान उद्घोषों से गूंजता नजर आया। तीर्थनगरी ऋषिकेश में बुधवार से प्रथम पूजनीय भगवान श्रीगणेश की जय-जयकार शुरू हो गई है। इस दौरान जहां बाजारों में रौनक देखने को मिली, वहीं लोगों ने विधि विधान के साथ गणपति को स्थापित किया।
श्रद्धालु भारत गुप्ता व संजय शर्मा ने बताया कि भगवान गणेश विघ्नहर्ता है। उनकी पूजा से सभी कष्ट मिट जाते हैं। इस बार भी यह उत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। ऋषिकेश रोड में मूर्तिकार गंगाराम ने कहा कि गणेश प्रतिमा की इस बार खूब मांग है। पिछली बार की तुलना में इस बार इसके मूल्य में कुछ इजाफा हुआ है। क्योंकि कच्चे माल के दाम बढ़ गए हैं।