देहरादून,11 मार्च 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड की राजधानी, में यातायात की बढ़ती समस्या को कम करने और शहर की बुनियादी संरचना को बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक महत्वपूर्ण पहल की है.
उन्होंने रिस्पना और बिंदाल नदियों पर चार लेन एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का संकल्प लिया है.
इस परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए प्रशासन तेजी से काम कर रहा है.
परियोजना की मुख्य बातें:
चार लेन एलिवेटेड कॉरिडोर: रिस्पना और बिंदाल नदियों पर चार लेन का एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाएगा.
यातायात में सुगमता: इस परियोजना से देहरादून शहर में यातायात की सुविधा में सुधार होगा.
बाढ़ सुरक्षा: एलिवेटेड रोड के साथ नदियों के दोनों किनारों पर बाढ़ सुरक्षा के लिए रिटेनिंग वॉल बनाई जाएगी.
पर्यावरण अनुकूल सौंदर्यीकरण: दोनों नदियों का पर्यावरण के अनुकूल सौंदर्यीकरण किया जाएगा.
बैठक और सुझाव:
मंगलवार को राजपुर रोड स्थित वन मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई,
जिसमें लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने प्रस्तावित एलिवेटेड कॉरिडोर का प्रस्तुतीकरण दिया.
जन प्रतिनिधियों ने भी अपने सुझाव दिए
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और विधायकों ने इस परियोजना को देहरादून शहर के लिए महत्वपूर्ण बताया.
उन्होंने मास्टर प्लान, ड्रेनेज प्लान, रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्लान और विस्थापन जैसी बातों पर ध्यान देने का सुझाव दिया.
परियोजना के सफल क्रियान्वयन के लिए एक विशेष प्रयोजन इकाई (एसपीवी) गठित करने का प्रस्ताव दिया गया,
जिसमें विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों और स्थानीय प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा.
प्रशासन की तैयारी:
जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि एलिवेटेड कॉरिडोर के लिए फिजिबिलिटी स्टडी, समरेखण और ड्राफ्ट डीपीआर तैयार कर ली गई है.
आईआईटी रुड़की से हाइड्रोलॉजिकल मॉडल स्टडी की जा चुकी है.
विद्युत लाइन, सीवर लाइन और अन्य यूटिलिटी शिफ्टिंग के लिए विभागों का संयुक्त निरीक्षण हो चुका है.
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है.
परियोजना की लागत और विवरण:
रिस्पना नदी पर 11 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर की लागत 2500 करोड़ रुपये है.
बिंदाल नदी पर 15 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर की लागत 3750 करोड़ रुपये है.
दोनों ही कॉरिडोर चार लेन के होंगे.
यह परियोजना देहरादून शहर के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी.