किसानों का आक्रोश:डोईवाला में इंटरसेप्टर द्वारा कथित ‘अवैध वसूली’ के खिलाफ दिया ज्ञापन

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देहरादून,1 अप्रैल 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : Bharatiya Kisan Union (Tikait) भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह खालसा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को उपजिलाधिकारी डोईवाला को ज्ञापन दिया.

Bharatiya Kisan Union protest against alleged illegal recovery by interceptor in Doiwala.

इस ज्ञापन में इंटरसेप्टर वाहन द्वारा किसानों से कथित ‘अवैध वसूली’ और ‘अनावश्यक चालान’ काटने के खिलाफ आवाज उठाई.

यूनियन ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई न होने पर एसडीएम कार्यालय पर धरना देने की चेतावनी भी दी है

क्या हैं किसानों की मुख्य शिकायतें

1. माजरा, शेरगढ़ और लालतप्पड़ क्षेत्र में अत्याचार:

ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि Interceptor Vehicle इंटरसेप्टर वाहन लाल तप्पड़ पुलिस चौकी के पास खड़ा रहता है.

जिसके द्वारा इन क्षेत्रों में किसानों के ट्रैक्टरों और ट्रॉलियों को बेवजह रोका जा रहा है.

किसानों से नकद राशि वसूली जा रही है,

और मना करने पर चालान कर भारी जुर्माना लगाया जा रहा है.

2. चीनी मिल और जड़ी-बूटी ढुलाई के दौरान परेशानी:

किसान नेता सुरेंद्र सिंह खालसा ने बताया कि जब किसान चीनी मिल में गन्ना डालकर लौटते हैं.

या जड़ी-बूटी ले जाते हैं,

तो इंटरसेप्टर उन्हें लालतप्पड़ चौकी के पास रोककर अवैध वसूली करती है.

“टोल प्लाजा” है इंटरसेप्टर की सही जगह

किसान नेता सुरेंद्र सिंह खालसा ने कहा कि इंटरसेप्टर की सही जगह Lachhiwala toll Plaza है.

जहां तेज रफ़्तार डंपर ट्रकों को नियंत्रित करने में इसका उपयोग होना चाहिए.

इंटरसेप्टर का उपयोग अपराधियों और सड़क दुर्घटनाओं के नियंत्रण में होना चाहिए न कि अन्नदाता किसानों को बेवजह परेशान करने में”

यूनियन की मांगें और चेतावनी

तत्काल कार्रवाई: एसडीएम से मांग की गई कि वह संबंधित विभागों पर कार्रवाई करके किसानों को राहत दिलाएं.

धरने की चेतावनी: यदि उनकी मांग पर उचित समय के भीतर कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो यूनियन एसडीएम कार्यालय पर बड़ा प्रदर्शन करेगी.

इंटरसेप्टर का सही उपयोग: खालसा ने सुझाव दिया कि इंटरसेप्टर वाहनों को टोल प्लाजा या हाईवे पर लगाया जाए, जहां वे तेज गति से चलने वाले ट्रकों और डंपरों पर नजर रख सके.

प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोग

ज्ञापन देने वालों में जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह खालसा के अलावा अजीत सिंह प्रिंस, सरदार अवतार सिंह, सरदार गुरनाम सिंह, विजय बख्शी और परमजीत सिंह शामिल थे.