देहरादून,28 अप्रैल 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) :उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की।
इस बैठक में राज्य की विभिन्न रेल परियोजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत भारत के सबसे लंबे रेल टनल (देवप्रयाग-जनासू) के सफल ब्रेक थ्रू के लिए रेल मंत्री को बधाई दी
और कहा कि इससे भारत के प्रौद्योगिकी विकास को नई पहचान मिली है।
मुख्यमंत्री धामी ने रूडकी-देवबंद रेलवे लाइन के सी.आर.एस. जारी करने पर भी उत्तराखंड की जनता की ओर से आभार व्यक्त किया।
बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखे गए, जिनमें ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में अपनाई जा रही टनल प्रणाली के समान ही देहरादून से सहारनपुर को मोहण्ड के रास्ते रेलवे से जोड़ने के लिए टनल आधारित रेल लाइन परियोजना की संभावना का अध्ययन कराने का अनुरोध शामिल था।
मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश-उत्तरकाशी रेल लाइन परियोजना के त्वरित क्रियान्वयन का प्रस्ताव भी रखा।
इसके अलावा, उन्होंने जिला चम्पावत के टनकपुर से नई दिल्ली तक वंदे भारत ट्रेन शुरू करने और टनकपुर से देहरादून के बीच ट्रेन के फेरे बढ़ाने का अनुरोध किया।
एक अन्य महत्वपूर्ण प्रस्ताव में, मुख्यमंत्री धामी ने टनकपुर-बागेश्वर रेल परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने और इस परियोजना पर होने वाले पूरे खर्च को भारत सरकार द्वारा वहन किए जाने का आग्रह किया।
उन्होंने ऋषिकेश के पुराने रेलवे स्टेशन की भूमि के समस्त अधिकार राज्य सरकार को हस्तांतरित करने का भी अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस भूमि का उपयोग ऋषिकेश-गंगा कॉरिडोर में हो रहे बहुउद्देशीय विकास कार्यों जैसे सड़क चौड़ीकरण, यातायात सुदृढ़ीकरण, तीर्थ यात्रियों और श्रद्धालुओं के लिए अध्यात्मिक सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा।
साथ ही, पुराने रेलवे स्टेशन के रेलवे ट्रैक को सड़क में परिवर्तित करके यातायात को और सुविधाजनक बनाने की योजना है।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सभी प्रस्तावों पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया है, जिससे उत्तराखंड के विकास और कनेक्टिविटी में महत्वपूर्ण सुधार की उम्मीद है।