चार धाम यात्रा 2025: पुलिस महानिदेशक ने व्यवस्थाओं का लिया जायजा, दिए महत्वपूर्ण निर्देश

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Rishikesh/Haridwar,29 अप्रैल 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड में आगामी चार धाम यात्रा 2025 को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दीपम सेठ सक्रिय हो गए हैं।

उन्होंने आज ऋषिकेश, मुनि की रेती (टिहरी) स्थित भद्रकाली और हरिद्वार में यात्रा व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया।

इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं और यात्रियों से सीधे संवाद कर पंजीकरण और अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली।

ऋषिकेश में डीजीपी ने चारधाम यात्रा ट्रांजिट कैंप (यात्रा रजिस्ट्रेशन कार्यालय) का औचक निरीक्षण किया।

उन्होंने पंजीकरण कक्ष, ऑफलाइन पंजीकरण प्रक्रिया, पूछताछ एवं सहायता केंद्र, चिकित्सालय और पुलिस सहायता केंद्रों का जायजा लिया।

अधिकारियों से फीडबैक लेकर उन्होंने यात्रा व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ और यात्री-हितैषी बनाने के निर्देश दिए।

उन्होंने विभिन्न विभागों के हेल्पडेस्क का निरीक्षण कर सभी से समन्वय बनाकर कार्य करने का आह्वान किया

ताकि हर श्रद्धालु की यात्रा सकुशल संपन्न हो और वे उत्तराखंड से अच्छे अनुभव लेकर लौटें।

डीजीपी ने यात्रियों से उनकी पंजीकरण प्रक्रिया और ठहरने की व्यवस्थाओं के बारे में भी सीधी बातचीत की।

ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए डीजीपी ने उन्हें समयबद्ध रूप से ड्यूटी पर उपस्थित रहने, यात्रियों से मधुर व्यवहार बनाए रखने और अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।

उन्होंने रजिस्ट्रेशन केंद्रों पर भीड़ प्रबंधन, पुलिसकर्मियों को यात्रा मार्गों और प्रक्रियाओं की जानकारी रखने, ड्रोन निगरानी से प्राप्त सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई करने और महत्वपूर्ण स्थानों पर त्वरित प्रतिक्रिया टीमों (क्यूआरटी) व अर्धसैनिक बलों को तैनात करने के भी निर्देश दिए।

मुनि की रेती (टिहरी) स्थित भद्रकाली में डीजीपी को एसएसपी टिहरी ने गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ के यातायात प्लान से अवगत कराया।

डीजीपी ने पर्यटक पुलिस सहायता केंद्र का निरीक्षण कर वहां तैनात कर्मियों को यात्रा मार्गों और आपातकालीन सेवाओं की पूरी जानकारी रखने के निर्देश दिए ताकि वे यात्रियों की त्वरित और सही सहायता कर सकें।

इसके बाद हरिद्वार में डीजीपी ने आई.एम.सी. चौक स्थित थाना सिडकुल के नए भवन का शिलान्यास किया और निर्माण स्थल का निरीक्षण कर गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

उन्होंने ऋषिकुल स्थित चारधाम यात्रा पंजीकरण केंद्र और चमगादड़ टापू स्थित नवनिर्मित यात्री विश्राम गृह एवं पार्किंग क्षेत्र का भी निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

डीजीपी ने सीसीआर हरिद्वार में चारधाम यात्रा की सुरक्षा और प्रबंधन व्यवस्था की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक भी आयोजित की।

बैठक में उन्होंने हरिद्वार को चारधाम यात्रा का प्रवेश द्वार बताते हुए यहां की पुलिस व्यवस्था को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।

उन्होंने यात्रियों के पंजीकरण केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात करने, प्रभावी यातायात योजना तैयार रखने और पर्यटन पुलिस केंद्रों पर तैनात कर्मियों को लाउडस्पीकर के माध्यम से यात्रियों को निरंतर जानकारी देने के निर्देश दिए।

उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि सभी चारधाम जनपदों के कंट्रोल रूम आपस में निरंतर संपर्क में रहें और आवश्यकता पड़ने पर त्वरित कार्रवाई करें।

डीजीपी दीपम सेठ ने स्पष्ट किया कि श्रद्धालुओं की सुविधा सर्वोपरि है और सभी अधिकारी व कर्मी अपने दायित्वों का निर्वहन संवेदनशीलता, तत्परता और पूर्ण निष्ठा के साथ करें

ताकि श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और यादगार यात्रा का अनुभव प्राप्त हो।