देहरादून,16 मई 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : आज डोईवाला पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घर से नाराज होकर सहसपुर से भटकते हुए पहुंचे एक 10 वर्षीय बालक को महज तीन घंटे के भीतर सकुशल उसके परिजनों को सौंप दिया।
पुलिस की इस सराहनीय पहल की परिजनों ने भूरि-भूरि प्रशंसा की है।
देहरादून रोड पर अकेला मिला बालक
आज कोतवाली डोईवाला क्षेत्र के अंतर्गत देहरादून रोड पर गश्त कर रहे चीता पुलिस कर्मियों को एक 10 वर्षीय बालक अकेला घूमता हुआ दिखाई दिया।
पूछताछ करने पर बालक घबराया हुआ था और अपने बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे सका।
वह न तो अपना पूरा पता बता पा रहा था और न ही अपने परिवार के सदस्यों का कोई संपर्क नंबर दे सका।
उसने सिर्फ इतना बताया कि उसका घर सेलाकुई/सहसपुर इलाके में है।
पुलिस की त्वरित और संवेदनशील कार्रवाई
प्राथमिक जांच में यह पता चला कि बालक संभवतः अपने घर से किसी बात पर नाराज होकर निकला है।
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए और बालक की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए,
चीता पुलिस कर्मियों ने उसे तत्काल कोतवाली डोईवाला पहुंचाया।
सोशल मीडिया और थानों में सूचना प्रसारित
कोतवाली पहुंचने के बाद, पुलिस ने बिना देर किए बालक की तस्वीर को जिले के सभी थानों में प्रसारित कर दिया।
इसके साथ ही, सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म और अन्य संचार माध्यमों का उपयोग करते हुए बालक की जानकारी को व्यापक रूप से फैलाया गया
ताकि उसके परिजनों तक जल्द से जल्द पहुंचा जा सके।
चौकी सभावाला से मिली महत्वपूर्ण जानकारी
पुलिस की इस त्वरित और सक्रियता भरी कार्रवाई का सकारात्मक परिणाम जल्द ही सामने आया।
चौकी सभावाला, थाना सहसपुर ने कोतवाली डोईवाला से संपर्क किया और बालक का सही नाम, पता और उसके परिजनों का मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया।
सकुशल परिजनों को सौंपा गया बालक
महत्वपूर्ण जानकारी मिलते ही डोईवाला पुलिस ने तत्काल बालक के परिजनों से संपर्क किया
और उन्हें कोतवाली बुलाया।
आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद बालक को सकुशल उसके माता-पिता को सौंप दिया गया।
परिजनों ने जताया पुलिस का आभार
अपने बच्चे को सुरक्षित और सही सलामत पाकर बालक के परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
उन्होंने उत्तराखण्ड पुलिस, विशेषकर डोईवाला पुलिस की तत्परता, संवेदनशीलता और पेशेवर कार्यशैली की जमकर सराहना की और दून पुलिस का हृदय से आभार व्यक्त किया।
इस सफल रेस्क्यू ऑपरेशन में वरिष्ठ उप निरीक्षक शिशुपाल राणा, कांस्टेबल मोहम्मद अरशद और कांस्टेबल संदीप कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस की इस मानवीय पहल की क्षेत्र में आम जनता द्वारा भी प्रशंसा की जा रही है।