केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय असम के दौरे पर हैं। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की सरकार के एक साल पूरा होने पर गृह मंत्री ने गुवाहाटी में एक रैली को संबोधित किया। संबोधन से पहले शाह ने असम पुलिस को ‘प्रेसिडेंट कलर अवार्ड’ भी दिया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि असम पुलिस और राज्य की जनता को बधाई दी। शाह ने कहा कि मैं असम की जनता और असम पुलिस को बहुत बधाई देता हूं कि आज राष्ट्रपति का चिन्ह असम पुलिस को मिला है। ये सम्मान पाने वाली असम पुलिस राज्य की 10वीं पुलिस फोर्स है। शाह ने कहा कि आजादी के समय असम पुलिस बल की संख्या 8 हजार थी और आज असम पुलिस की संख्या 70 हजार से भी ऊपर उठी है और अनेक राष्ट्रीय एकता की महत्वपूर्ण लड़ाई अमस पुलिस ने बहुत अच्छे ढंग से लड़ी है।
शाह ने आगे कहा कि असम पुलिस संवैधानिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए उग्रवाद की समस्या के खिलाफ खड़ी रही। पुलिस जवानों ने बंदूकों के साथ बंदूकों का सामना किया और विचलित युवाओं को मुख्यधारा में लेकर आई।
अमित शाह ने कहा कि असम में अफस्पा के तहत आने वाले क्षेत्रों को कम कर दिया गया है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि राज्य के सभी क्षेत्रों से अफस्पा हटा दिया जाए। उन्होंने कहा कि 1990 के दशक में असम में अफस्पा लागू किया गया था और इसे 7 बार बढ़ाया गया था। पीएम मोदी के 8 साल के शासन में राज्य के 13 जिलों को अफस्पा मुक्त कर दिया गया है, जबकि इसे असम के 60ः से अधिक क्षेत्र से हटा दिया गया है।
असम पुलिस को दिया ‘प्रेसिडेंट कलर अवार्ड’
अमित शाह ने मंगलवार को असम पुलिस को ‘प्रेसिडेंट कलर अवार्ड’ दिया। यह उपलब्धि हासिल करने वाला असम दसवां राज्य बन गया है। असम पुलिस को यह सम्मान, उग्रवाद से निपटने, अपराध को नियंत्रित करने, कानून व्यवस्था बनाए रखने और नागरिकों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अपने असाधारण प्रदर्शन के लिए दिया गया।