यूक्रेन में रूसी सैन्य हमलों के बाद वहां पढ़ाई कर रहे छात्रों के स्वजनों की चिंता बढ़ गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर उत्तराखंड के छात्रों को लाने के संबंध में विदेश मंत्रालय के संपर्क में होने की जानकारी देकर इस चिंता को कम करने का प्रयास किया है लेकिन युद्ध के हालातों के बीच स्वजनों की चिंता अधिक बढ़ गई है।
यूक्रेन में उत्तराखंड के करीब 60 छात्रों के फंसे
यूक्रेन में उत्तराखंड के करीब 60 छात्रों के फंसे होने का अनुमान है। यूक्रेन पर गुरुवार की सुबह रूस ने हमला कर दिया है। इसकों लेकर उत्तराखंड के छात्र चिंतित हैं। इसी क्रम में सीएम ने प्रदेश के अभिभावकों से ढांढस बंधाया तथा केंद्र से संपर्क कर हर संभव सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया।
सीएम धामी ने ट्वीट कर कहा- यूक्रेन में फंसे हर एक उत्तराखंडी को सही सलामत वापस लाने को लेकर हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। इस संबंध में हम विदेश मंत्रालय से निरंतर संपर्क में हैं। यूक्रेन में फंसे हर एक उत्तराखंडी को सही सलामत वापस लाने को लेकर हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।
इस संबंध में हम विदेश मंत्रालय से निरंतर संपर्क
नैनीताल निवासी पूर्व विधायक डॉ एनएस जंतवाल व कुमाऊं विवि इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो सावित्री कैड़ा जंतवाल की बेटी उर्वशी भी यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए गई है। प्रो जंतवाल के अनुसार उर्वशी से लगातार बात हो रही है लेकिन युद्ध शुरू होने के बाद चिंता बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि अभी तक सरकार की ओर से छात्रों के लाने के संबंध में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है, सरकार को चाहिए कि जल्द छात्रों को स्वदेश लाने का इंतजाम करे। प्रो जंतवाल के अनुसार उनकी बेटी यूक्रेन की इवानो फ्रेंकिव्स्क नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस कर रही है और दस दिसंबर को ही नैनीताल से गई थी।