केंद्र सरकार ने गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए 54.35 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। इसमें गंगोत्री धाम में विकास कार्यों के लिए 17 करोड़ रुपये, जबकि यमुनोत्री धाम के विकास कार्यों के लिए 34 करोड़ रुपये की धनराशि शामिल है। तीन करोड़ रुपये कंटीजेंसी और कंसलटेंसी के लिए रखे गए हैं।
सचिव पर्यटन को बनाया गया नोडल अधिकारी
प्रदेश में पर्यटन विकास परिषद को इसके लिए कार्यदायी संस्था बनाया गया है, जबकि सचिव पर्यटन को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने इस धनराशि की स्वीकृति के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल और मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि गंगोत्री व यमुनोत्री के विकास कार्यों के लिए दी गई स्वीकृति से प्रदेश के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे पर्यटन सुविधाओं के विकास के साथ ही स्थानीय व्यक्तियों को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द इन कार्यों के लिए निविदा आमंत्रित करेगी। इसके बाद 60 दिनों के भीतर विकास कार्य शुरू कर दिए जाएंगे। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा कि यमुनोत्री धाम में फैसिलिटेशन सेंटर और अन्य यात्री सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त जानकी चट्टी से यमुनोत्री मंदिर तक छह किलोमीटर का ट्रेक भी बनेगा। इसमें दोनों ओर पेयजल व विद्युत की व्यवस्था और बरसात से बचने के लिए शेल्टर बनाए जाएंगे। खरसाली में माता के पुराने मंदिर को प्रकाशित करने की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही दोनों धामों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के भी इंतजाम किए जाएंगे।