मुख्यमंत्री धामी के ‘ऑपरेशन प्रहार’ से साइबर अपराधियों में मचा हड़कंप, 290 साइबर अपराधी दबोचे

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देहरादून,13 मई 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : देवभूमि उत्तराखंड की शांत वादियों से एक ऐसा दृढ़ संकल्प गूंजा है, जिसने पूरे देश के साइबर अपराधियों की नींद उड़ा दी है.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में उत्तराखंड पुलिस ने ‘ऑपरेशन प्रहार’ नामक एक ऐतिहासिक अभियान चलाकर साइबर अपराध के खिलाफ एक निर्णायक सफलता हासिल की है.

इस अद्वितीय अभियान के तहत, देश के 17 विभिन्न राज्यों में एक साथ व्यापक छापेमारी कर 290 से अधिक साइबर अपराधियों को धर दबोचा गया है.

यह पहला अवसर है जब उत्तराखंड पुलिस ने इतने विस्तृत स्तर पर अंतर्राज्यीय कार्रवाई को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है।

ऐतिहासिक राष्ट्रव्यापी कार्रवाई

उत्तराखंड पुलिस के निर्देशन में, एक अभूतपूर्व समन्वय का प्रदर्शन करते हुए,

देश के निम्नलिखित 17 राज्यों में एक साथ छापेमारी की गई:

दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, केरल, और गोवा।

इस सघन और सुनियोजित कार्रवाई में 290 से अधिक साइबर अपराधियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की गई है,

जिससे उनके संगठित नेटवर्क को भारी क्षति पहुंची है।

मुख्यमंत्री धामी की दूरदर्शिता और कठोर नीति

यह असाधारण सफलता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दूरदर्शिता और साइबर अपराधों के प्रति उनकी जीरो टॉलरेंस नीति का प्रत्यक्ष परिणाम है.

कुछ माह पूर्व, उत्तराखंड साइबर हमलों का शिकार बना था,

जिसके बाद मुख्यमंत्री ने अपराधियों को स्पष्ट और कड़ा संदेश दिया था

कि अब वे कानून के शिकंजे से बच नहीं पाएंगे।

उन्होंने तत्काल पुलिस विभाग को तकनीकी रूप से सुदृढ़ करने,

प्रत्येक जिले में साइबर पुलिस स्टेशनों को पुनर्गठित करने और राज्य के खुफिया तंत्र को और अधिक व्यापक बनाने के लिए ठोस कदम उठाए थे।

‘ऑपरेशन प्रहार’: रणनीति और कार्यान्वयन

‘ऑपरेशन प्रहार’ ‘Operation Prahar’ मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में तैयार की गई एक व्यापक रणनीति का सफल क्रियान्वयन है.

इस अभियान में न केवल उत्तराखंड पुलिस की विभिन्न इकाइयों ने समन्वय स्थापित किया,

बल्कि अन्य राज्यों की पुलिस बलों और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने भी सक्रिय रूप से सहयोग प्रदान किया

इस संयुक्त प्रयास ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तराखंड अब केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व के लिए ही नहीं जाना जाएगा,

बल्कि साइबर अपराधों से प्रभावी ढंग से मुकाबला करने वाले एक मॉडल राज्य के रूप में भी उभरेगा।

सुशासन मॉडल का जीवंत उदाहरण

मुख्यमंत्री धामी का सुशासन का सिद्धांत, जिसमें सक्रियता, पारदर्शिता और जिम्मेदारी सर्वोपरि है,

इस सफल ऑपरेशन में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है।

‘ऑपरेशन प्रहार’ न केवल उत्तराखंड पुलिस की व्यावसायिक दक्षता को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करता है,

बल्कि मुख्यमंत्री धामी के मजबूत नेतृत्व और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता को भी एक बार फिर सिद्ध करता है।

यह कार्रवाई देश के अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत है,

जो संगठित प्रयासों और अटूट संकल्प के माध्यम से साइबर अपराध जैसी जटिल चुनौतियों पर विजय प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करती है।