मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कोविड अस्पतालों के हर बेड के साथ ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोरोना मृत्यु दर न बढ़ने देने और गंभीर मरीजों की निगरानी का जिम्मा सीनियर डॉक्टरों को देने के लिए भी कहा। सचिवालय में कोरोना बचाव तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए अधिक से अधिक लोगों की सैंपलिंग करने और सर्विलांस बढ़ाने के निर्देश दिए।
अस्पतालों में रखें पर्याप्त स्टॉक
बारिश के मौसम को देखते हुए उन्होंने अस्पतालों में पर्याप्त स्टॉक रखने को कहा। मुख्यमंत्री ने फ्रंट लाईन वर्कर की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखने, फेस सील्ड, मास्क एवं अन्य मानकों का पालन करने और कोरोना से निपटने के लिए इंटर डिस्ट्रक्टि कार्डिनेशन बनाने के भी निर्देश दिए। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए जिला अधिकारी दो माह का प्लान तैयार रखें। गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन ने राज्य के बोर्डर पर नियमित निगरानी की जरूरत बताई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गलत सूचनाओं का तत्काल खंडन भी किया जाए। उन्होंने इंटेलीजेंस, एलआईयू एवं सूचना विभाग को इस पर निरंतर निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों की भली भांति जांच के साथ ही सर्विलांस भी किया जाए ताकि संक्रमित व्यक्ति से दूसरों में संक्रमण न फैल पाए।
उन्होंने कहा कि हाई रिस्क एरिया से आने वाले सभी लोगों की अनिवार्य सैंपलिंग की जाए। औद्योगिक संस्थानों में पूरे सुरक्षात्मक उपाय किये जाएं। हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों एवं कर्मचारियों में कार्डिनेशन की कमी की शिकायत को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया। इसके साथ ही उन्होंने कोविड केयर सेंटर में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने और कोरोना से निपटने के लिए धन की कोई कमी न होने देने के भी निर्देश दिए।