देहरादून 10 मई, 2025(सू.वि.), भारत-पाकिस्तान के बीच उत्पन्न मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर सिविल और सुरक्षा एजेंसियों के मध्य बेहतर समन्वय बनाए रखने और सिविल सोसाइटी में दुर्भावनापूर्ण तरीके से गलत एवं भ्रामक सूचनाओं का दुष्प्रचार रोकने के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल ने शनिवार को सिविल डिपार्टमेंट, स्टेक होल्डर्स और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ एक अहम बैठक की। जिसमें नागरिकों की सुरक्षा, सहायता और आवश्यक सेवाओं को निर्बाध व सुचारू रखने तथा भ्रामक व गलत सूचनाओं के दुष्प्रचार पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए विस्तृत योजना पर चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने सिविल डिपार्टमेंट और सुरक्षा एजेंसियों को आपस में सूचना का आदान प्रदान करने और बेहतर समन्वय बनाकर काम करने के निर्देश दिए। कहा कि सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अपने प्रोटोकॉल के तहत जो भी मॉक अभ्यास किए जा रहे है, उसकी जानकारी जिला प्रशासन एवं सिविल डिपार्टमेंट सें भी साझा की जाए। ताकि सिविल सोसाइटी को इसके बारे में पहले से जानकारी रहे और संवाद की कमी के कारण अनावश्यक पैनिक की स्थिति न हो। असामाजिक तत्वों द्वारा दुर्भावनापूर्ण तरीके से सिविल सोसाइटी में जो गलत जानकारी फैलाने का अभियान चलाया जा रहा है, उस पर प्रभावी रोक लगाई जाए। सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को ड्यूटी पर तैनात रखें। विपरीत परिस्थितियों में क्षति को न्यून करने के लिए मिलकर काम किया जाए।
डीएम की तैयारी एडवांस स्टेज पर हैं अब देहरादून जिला आधुनिक लांग रेंज इमरजेंसी सायरन से जल्द लेस दिखेगा 16 किमी एवं 08 किमी रेंज तक सुनवाई देने वाले एडवांस टैक्नॉलाली सायरन सभी प्रमुख स्थानों पर लगाए जाएगें इसके लिए डीएम ने बजट जारी करते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए है। साथ ही जिलें में पहली बार आर्मी, पैरामिलट्री वायटल इन्सटॉलेशन यूनिट पर जिलाधिकारी की पहल पर रेपिड कम्पयूनिकेशन सिस्टम लगाय जा रहे हैं, इससे बाहरी आक्रमण एवं अन्य अपातकालीन स्थिति में एक ही समय पर सभी संस्थानों से एक साथ कम्प्यूनिकेशन हो सकेगा। जिलाधिकारी ने अधीक्षण अभियंता यूपीसीएल को चेतावनी दी की बिना प्रशासन की अनुमति लिए जिलें में कही भी पावर शट्डाउन न किया जाए। वहीं अधीक्षण अभियंता जल संस्थान एवं सीएफओ को फायर हायड्रेंट की क्रियाशीलता की 3 दिनो के भीतर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
देहरादून शहर में हर नागरिक तक सटीक सूचनाओं का त्वरित आदान प्रदान, स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर जिलाधिकारी ने पूरे शहर को सेक्टर में विभाजित करने और प्रत्येक सेक्टर में अधिकारी तैनात करते हुए इसकी जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। कहा कि आपात स्थिति में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए आईआरएस टीम और क्यूआरटी को सक्रिय रखा जाए। बैठक में एयरपोर्ट एवं शहर के अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा उपाय की रणनीति को लेकर भी विचार विमर्श किया गया।
जिलाधिकारी ने आवश्यक सेवाओं से जुड़ें विभागों को निर्देशित किया कि जनपद में राशन, बिजली, पानी, स्वास्थ्य एवं अन्य आवश्यक सेवाओं को निर्बाध रूप से सुचारू रखा जाए। एसडीएम और जिला पूर्ति अधिकारी संयुक्त निरीक्षण थोक विक्रेता दुकानों का नियमित निरीक्षण कर रिपोर्ट उपलब्ध करें। किसी भी दशा में जमाखोरी और अनावश्यक स्टॉकिंग न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए और सिविल सोसाइटी में आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति को लेकर चलाए जा रहे दुष्प्रचार को रोका जाए। ताकि आम नागरिकों में किसी प्रकार की घबराहट पैदा न हो।
जिलाधिकारी ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयारी करना और उसका अभ्यास करने का यह बिल्कुल भी मतलब नहीं है कि चिंता की कोई बात है। सुरक्षा एजेंसियां और सिविल डिपार्टमेंट फ्रंट लाइन रिस्पांडर है। इसलिए यह हमारी जिम्मेदारी है कि अपनी तैयारियां पूरी रखें। सुरक्षा एजेंसी और सिविल डिपार्टमेंट अपना काम भली भांति कर रहे है। किसी भी दशा में घबराने की आवश्यकता नहीं है। कहा कि आम नागरिकों तक निर्बाध रूप से आवश्यक सेवाओं की सप्लाई रखना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने जनता से यह भी अपील की कि दुर्भावना से फैलाई जा रही गलत एवं भ्रामक सूचनाओं के प्रति सावधान रहें और इनको सोसाइटी में प्रचारित करने से बचें। उन्होंने नागरिकों से आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने और सरकार के निर्देशों का पालन करने का अनुरोध भी किया।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी केके मिश्रा, एडीएम जय भारत, एसडीएम प्रत्यूष, एसडीएम कुमकुम जोशी, सीएमओ डा0 मुकेश कुमार सहित आर्मी, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, बीएसएफ, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अन्य पैरामिलिट्री फोर्स एवं सिविल डिपार्टमेंट के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।