उत्तराखंड में बारिश कहर बनकर बरस रही है। बीती रात टिहरी और चमोली जिले में बादल फटने से जनहानि हुई है। टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक में बीती रात लगभग ढाई बजे भारी बारिश हुई। इससे पट्टी नैलचामी में थार्ती गांव में एक मकान के पीछे मलवा आने से घर पूरी तरह से मलबे में दब गया है। इसमें मां और बेटे की मलबे में दबकर मौत हो गई।
मकानी देवी (34 वर्ष) और उसका बेटा सुरजीत (5 वर्ष) की मलबे में दबने से मौत हो गई। मकानी देवी की बेटियां सपना और ईशा घायल हो गए।
वहीं मकानी देवी के ससुर शंकर सिंह और सास बच्चन देई भी मलबे में दबने से घायल हैं। मकानी देवी की बेटी सपना को ज्यादा घायल होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि सास और सासुर को पिलखी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों ने ही रात को अपने प्रयासों से घायलों को मलबे से निकाला। गांव जाने वाली सड़क भी बंद होने के कारण घायलों को ग्रामीण पैदल ही लेकर अस्पताल पहुंचे।
बरसाती नाले में मां-बेटी हुई लापता
चमोली जिले के चैकी देवाल ब्लॉक के ग्राम फलदिया गांव में देर रात गांव के पीछे जंगल में बादल फटने से उक्त गांव में भारी मलबा आ गया। इससे फल्दिया गांव के बीचों बीच बहने वाला गदेरा (बरसाती नाला) उफान में आने से गांव के पुष्पा देवी (29) पत्नी रमेश राम और ज्योति (5 वर्ष) पुत्री रमेश राम लापता हो गए। वहीं, गांव के 12 मकान व छह गाय और एक भैंस के मलबे में दबने की सूचना है। पुलिस प्रशासन एसडीआरएफ मौके पर पहुंच गई है। लोगों को आवश्यक सुविधा मुहैया करवाई जा रही है। गांव के 12 परिवारों को गांव के प्राइमरी एवं जूनियर हाईस्कूल में रहने की व्यवस्था करवाई गई है।