कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा मै हरीश रावत गुट का

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प्रेस वार्ता करते कांग्रेस जिलाध्यक्ष

अल्मोड़ा। उत्तराखण्ड में कांग्रेस नेतृत्व के रातों रात जिलाध्यक्षों को बदलने के बाद से ही कांग्रेस पार्टी में धमासान मचा हुआ है। नए जिलाध्यक्षों को प्रीतम सिंह व इंदिरा गुट का बताए जाने के बाद अब अल्मोडा कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहन सिंह मेहरा ने मीडिया के सामने खुद को हरीश रावत गुट का बताया। उन्होने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुजंवाल के बयान पर हैरानी भी व्यक्त की।

नवनियुक्त कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहन सिंह मेहरा ने अपने जिला पंचायत आवास पर पत्रकार वार्ता कर अपनी प्राथमिकता बताते हुए कांग्रेस को मजबूत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें जिलाध्यक्ष बनाया है इससे कांगेसी कार्यकर्ता इतने खुश है जितना वह पहले कभी नहीं हुए। उन्होंने अपने को कांग्रेस का समर्पित सच्चा सिपाही बताया। उन्होंने कहा कि चुनावों में वह हमेशा जी जान से काम करते रहे है। कुंजवाल के बयान पर उन्होंने कहा कि वे व्यक्तिगत तौर पर भी कुंजवाल जी से मिलने को डोल आश्रम में गए। वहाॅ उन्होंने उनसे मुलाकात कर उनकी नाराजगी का कारण पूॅछा। तो उन्होंने कहा कि उनकी उनसे कोई भी नाराजगी नही है। जिलाध्यक्ष बनाये जाने पर वह काफी उत्साहित नजर आए उन्होंने कहा कि वह हरीश रावत के गुट के है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने जिसे एक बार जिम्मेदारी सौंप दी तो सौंप दी। पत्रकार वार्ता में जिला पंचायत अध्यक्ष पार्वती महरा, निवर्तमान पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, महिला जिलाध्यक्ष लता तिवारी, नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला, गीता मेहरा, राधा बिष्ट, अख्तर हुसैन, तारा चंद्र जोशी, सुरेश उप्रेती, करम सिंह दानू, राजेंद्र सिंह बिष्ट आदि अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।

कांग्रेस की गुटबाजी जग जाहिर

पिछले दिनों कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व ने पुराने जिलाध्यक्षों को हटा कर नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की थी। नये जिलाध्यक्षों की घोषणा के बाद से ही कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं की बयानबाजी ने कांग्रेस की अन्दरूनी गुटबाजी को उजागर कर दिया था। कहा जा रहा था कि प्रदेश जिलाध्यक्ष प्रीतम सिंह और इंदिरा गुट के है जिस पर हरीश रावत गुट के नेता नाराज हो गए है। अब इस पर अल्मोडा कांग्रेस पार्टी जिला अध्यक्ष मोहन सिंह मेहरा ने अपने आप को हरीश रावत गुट का बता कर इस कयासबाजी को सिरे से नकारने की कोशिश की है। हालांकि अभी इस गुुटबाजी को लेकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल की 15 अगस्त के दिन कुछ घोषणा करने की बात कही गई है।

कांगेस के बड़े नेताओं ने किया किनारा

प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओ के बीच चल रहीं बयानबाजी एवं गुटबाजी के चलते कांग्रेस के कई बड़े नेता अल्मोड़ा में होते हुए भी नवनियुक्त जिलाध्यक्ष की प्रेस वार्ता में नजर नहीं आये। पूछे जाने पर जिलाध्यक्ष मोहन सिंह महरा नेताओं के न आने पर सफाई देते रहे और कांग्रेस के अंदर चल रही गुटबाजी को नकारने का असफल प्रयास करते रहे। हकीकत में प्रेसवार्ता में पूर्व विधायक, पूर्व जिलाध्यक्ष सहित अनेक वरिष्ठ कांगेसी कार्यकर्ताओं की गैरहाजरी कांग्रेसी गुटबाजी को बयां करती रही।

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