- मनीष खंडूरी की भाषा वीर सैनिकों और जनरल खंडूरी के योगदान का अपमान
भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा की देव भूमि वासियों के अपमान के बदले माफी मांगने को नाकाफी बताते हुए कहा कि जिस तरह से रोजाना अपमान के बाणों से जनता को घाव दिये जा रहे है उससे वह आहत है।
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के बाद मनीष खंडूरी की अशिष्ट टिप्पणी वीर सैनिकों की भूमि और जनरल खंडूरी के योगदान का भी अपमान है ।
पार्टी मुख्यालय में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर सिंह चौहान ने कहा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और विशेषकर मनीष खंडूरी का उत्तराखंड व गढ़वाल के शौर्य पर दिया आपत्तिजनक बयान अक्षम्य है । उन्होंने सैन्य भूमि और उसके शहीद जवानों की वीरता का अपमान तो किया ही है साथ ही उत्तराखंड के आदर्श नेता और अपने पिता जनरल बी सी खंडूरी के अमिट योगदान को भी कमतर आंकने का भी प्रयास किया है । जनरल खंडूरी ने सैन्य सेवा और उसके उपरांत देवभूमि की सेवा में अपना जीवन खपाया है, लेकिन कांग्रेस और उनके नेता कभी इसे कभी महसूस नहीं कर सकते हैं । उन्होंने इसे अपरिपक्व और गैर जिम्मेदाराना राजनीति करार देते हुए कहा कि कांग्रेस को तो शर्मशार होना ही चाहिए कि उनके विचारों से जनता सहमत नही है और इसीलिए कार्यक्रमों में सहभागिता नही करती है। ऐसे में बजाय आपसी चिंतन मनन के कांग्रेस का जनता को कसूरवार ठहराना और अभद्र टिप्पणियां करना उनकी मानसिकता को उजागर करता है ।
श्री चौहान ने कहा कि कल तक माहरा वीडियो में काट छांट करने के आरोप लगा कर अपने को सही ठहरा रहे थे । इतना ही नहीं उनकी पार्टी के नेता बचाव में उनके बयान की भावनाओं को जायज बता रहे थे । अब वही माहरा, अगर भावनाएं आहत होने की शर्त लगाकर माफी मांग रहे हैं । हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष अपनी पार्टी मे स्लीपर सेल की बात कहकर मुद्दे को भटकाना चाहते है। कांग्रेस मे गुटबाजी का मटलब यह नही कि राज्यवादियों को अपमानित किया जाए।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि माहरा ने गढ़वाल और उत्तराखंड की जनता का अपमान सोच समझ कर किया था जो उनकी वैचारिक सोच को दर्शाता है । जिस तरह तीर कमान से निकल कर वापिस नही जा सकता है उसी तरह अपमान के बाद मात्र माफी मांगने से सम्मान वापिस नही दिया जा सकता है। कांग्रेस के द्वारा बार बार अपमानित करने को जनता माफ नही करेगी।