उत्तराखंड में कंटेनमेंट जोन की संख्या में भी लगातार हो रहा इजाफा

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उत्तराखंड में प्रवासियों के आने के बाद से ही कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी के साथ इजाफा हुआ है। कोरोना वायरस संक्रमण के 1380 मामले सामने आ चुके हैं, जिससे सरकार के साथ ही आम जनता की भी परेशानी बढ़ गई है। प्रदेश में जैसे-जैसे कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ रहा है। कंटेनमेंट जोन की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। अभी राज्य में 55 कंटेनमेंट जोन हैं, जिसमें देहरादून में 23, हरिद्वार में 21, पौड़ी में दो, टिहरी में आठ और ऊधमसिंह नगर में एक कंटेनमेंट जोन है।

उत्तराखंड में कोरोना का पहला मामला 15 मार्च को सामने आया था। शुरुआती दौर में संक्रमण को लेकर स्थिति नियंत्रण में थी, लेकिन जमातियों के यहां पहुंचने के बाद से मामले तेजी से बढ़ने शुरू हो गए और ग्राफ ऊपर चढ़ गया। फिर किसी तरह से हालातों पर काबू पाया, लेकिन लॉकडाउन-3 में मिली छूट के बाद प्रवासियों के लौटने का सिलसिला शुरू हुआ, तो कोरोना वायरस का प्रसार कई गुना बढ़ गया।

सबसे ज्यादा केस देहरादून और नैनीताल में

उत्तराखंड संक्रमण दर, रिकवरी रेट, मृत्यु दर आदि में जहां एक वक्त पर देश से बेहतर स्थिति में खड़ा दिख रहा था, वहीं, एकाएक पूरी गणित गड़बड़ा गई। एक तरफ जहां संक्रमण दर लगातार बढ़ी, वहीं रिकवरी रेट भी गिरता चला गया। वर्तमान में 1380 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें सबसे ज्यादा 370 केस देहरादून और 324 नैनीताल में हैं। इसके अलावा हर जिले में कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं और कंटेनमेंट जोन की संख्या में भी लगातार इजाफा हुआ है।

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