देहरादून,24 अप्रैल 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : पहलगाम में हाल ही में हुई दुखद आतंकी घटना के मद्देनजर, देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के सख्त निर्देशों पर दून पुलिस ने एक व्यापक अभियान शुरू किया है।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य उन दुकानदारों की पहचान करना है जो सुरक्षा एजेंसियों की वर्दी और अन्य संबंधित सामग्री बेचते हैं।
पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि भविष्य में ऐसी सामग्रियों का दुरुपयोग न हो सके।
सुरक्षा एजेंसियों की वर्दी बेचने वाले चिन्हित, आईडी अनिवार्य:
एसएसपी देहरादून के आदेशानुसार, सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में उन सभी दुकानों की सूची बनाने के निर्देश दिए गए हैं,
जहां सेना, अर्धसैनिक बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों से संबंधित वर्दी और अन्य सामान बेचा जाता है।
पुलिस टीमों ने तत्परता दिखाते हुए ऐसे सभी प्रतिष्ठानों की पहचान शुरू कर दी है।
इसके साथ ही, पुलिस दुकान मालिकों को सख्त हिदायत दे रही है कि वे किसी भी व्यक्ति को बिना वैध पहचान पत्र (आईडी) के सुरक्षा एजेंसियों से जुड़ी कोई भी सामग्री न बेचें।
उन्हें यह भी चेतावनी दी जा रही है कि यदि कोई दुकानदार इन निर्देशों का उल्लंघन करता पाया गया,
तो उसके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पहलगाम घटना के सबक:
गौरतलब है कि पहलगाम में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में शामिल आतंकवादियों ने सेना की वर्दी पहनकर इस घिनौने कृत्य को अंजाम दिया था।
इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक गंभीर चिंता पैदा कर दी है
कि इस प्रकार की वर्दी और सामग्री आसानी से गलत हाथों में पड़ सकती है।
इसी को ध्यान में रखते हुए, देहरादून पुलिस ने यह त्वरित और महत्वपूर्ण कदम उठाया है
ताकि भविष्य में ऐसी किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
पुलिस का यह अभियान न केवल सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेगा
बल्कि यह सुनिश्चित करने में भी मदद करेगा कि असामाजिक तत्व सुरक्षा एजेंसियों की वर्दी और अन्य सामान का दुरुपयोग न कर पाएं।
पुलिस आम जनता से भी अपील करती है कि यदि उन्हें ऐसी किसी भी दुकान के बारे में कोई जानकारी मिलती है
जो बिना आईडी के सुरक्षा सामग्री बेच रही है,
तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें ताकि उचित कार्रवाई की जा सके।