प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौकरशाहों से कहा है कि वह सरकारी नीतियों के अमल में नई ईजादों और तकनीकों का सर्वोत्तम इस्तेमाल करें। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्र के विकास के लिए भागीदारी वाला लोकतंत्र जरूरी है।
नए कानून को बनाते समय देखना चाहिए लोगों की रुचि
सिविल सर्विसेज डे के दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन पर नौकरशाहों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कहा कि आजादी से पहले प्रशासन का मकसद अंग्रेजों को सुरक्षित रखना था। लेकिन आज आम आदमी को राहत प्रदान करना है। उन्होंने सरकारी नीतियों को लागू करने में रणनीतिक सोच का इस्तेमाल करने पर जोर दिया। साथ ही नौकरशाहों से कहा कि वह सरकारी नीतियों को लागू करने में नई खोजों और तकनीकों का इस्तेमाल करें। इससे उन्हें अतिरिक्त ताकत मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश के लिए जनभागीदारी सफलता के लिए मील का पत्थर है। नई नीतियां या नए कानून को बनाते समय लोगों की रुचि को भी देखना चाहिए।
इससे पहले, उन्होंने जिलों के कायाकल्प और प्रशासनिक कार्यो पर दो किताबों न्यू पाथवेज एक कंप्लीशन ऑफ सक्सेस स्टोरीज ऑन इम्पलीमेंटेशन ऑफ आइडेंटिफाइड प्रायोरिटी प्रोग्राम एंड इनोवेशंस और एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्स अनलाकिंग पोटेंशियल्स का विमोचन किया। इसके अलावा, उन्होंने जन प्रशासन में उल्लेखनीय कार्यो के लिए अवार्ड भी दिए।