आपदा और दुर्घटना के वक्त ड्रोन कैमरा बनेगा मददगार

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नई टिहरी में अब आपदा और दुर्घटना के वक्त पुलिस ड्रोन कैमरे की मदद लेगी। शनिवार को इसके लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बुलाये गए विशेषज्ञों ने जिला कलक्ट्रेट परिसर में ड्रोन कैमरा का सफल परीक्षण किया है।

आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में ड्रोन कैमरे की उपयोगिता को देखते हुए जिला कलक्ट्रेट में भी इसका परीक्षण किया गया। जिला आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा खरीदे गए ड्रोन कैमरे को विशेषज्ञों ने उड़ाकर दिखाया। बाद में सीडीओ आशीष भटगांई ने ड्रोन कैमरे को उड़ाने का प्रशिक्षण लिया। 500 मी0 की ऊंचाई तक गए उड़े ड्रोन कैमरा ने कलक्ट्रेट परिसर सहित नई टिहरी शहर का सुन्दर हवाई दृश्य पेश किया। सीडीओ आशीष भटगांई ने कहा कि आपदा के लिहाज से टिहरी जनपद के अतिसंवेदनशील होने के कारण कई बार आपदा या दुर्घटना के दौरान सही जानकारी नहीं मिल पाती।

जिसके कारण राहत एवं बचाव कार्य करने में भी समस्या आती है। लेकिन आधुनिक तकनीकी के रूप में ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल कर सटीक जानकारी प्राप्त की जा सकती है। यह वीआईपी मूवमेंट व मेला आदि कार्यक्रमों में लॉ एडं ऑर्डर बनाये रखने में भी पुलिस विभाग के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। इस दौरान एसडीएम चतर सिंह चैहान, सीओ टिहरी हीरा सिंह रौथाण, एसआई सुखपाल सिंह, एचएस खत्री, आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट, एसएम बिजल्वाण, सुनील तोमर आदि मौजूद थे।

छह किमी के दायरे को कवर करता है ड्रोन कैमरा

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि ड्रोन कैमरा 2.10 लाख में खरीदा गया है। ड्रोन कैमरा परीक्षण के लिए देहरादून से पहुंचे विशेषज्ञ प्रमोद राठौर व निशांत गोयल ने बताया कि जर्मन कंपनी द्वारा तैयार किए गए डीजेआई फैन्टम फोर प्रो नाम का यह ड्रोन कैमरा पांच सौ मीटर की ऊंचाई तक उड़कर छह किमी के दायरे को कवर करता है। इसमें लगा 4के कैमरे से वीडियो व फोटो दोनों लिए जा सकते हैं। जीपीएस से जोड़ने पर यह इमारत से नहीं टकराता है।

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