शुक्रवार को जिलाधिकारी यगुल किशोर पन्त ने जनपद में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत चल रहे कार्यों की जिला कार्यालय सभागार में गहनता से समीक्षा की। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने माहवार धीमी प्रगति पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कार्यों में धीमी प्रगति पर अधिशासी अभियंता जल संस्थान रामनगर का वेतन रोकने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए स्पष्ट निर्देश दिये कि योजनाओं को गुणवत्ता एवं समयबद्धता से पूर्ण किया जाये। जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन कार्यों के लिए जल संस्थान की ओर से अधिशासी अभियंता तरूण शर्मा को तथा पेयजलन निगम की ओर से अधिशासी अभियंता मृदुला सिंह को नोडल अधिकारी नामित किया।
जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि पहले पानी पहुॅचाया जाये और बाद में बिल। जिलाधिकारी ने पेयजल बिल तैयार करने के बारे में भी महत्वपूर्ण दिशा निर्देश अभियंताओ को दिये। जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि पानी की टंकी किसी भी गलत एवं विवादित स्थान पर न बनाई जाये। उन्होंने विलेज वॉटर एण्ड सैनिटेशन कमेटियों को भी संक्रिय रखने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत समय-समय पर थर्ड पार्टी परीक्षण एवं जांच कराने तथा जांच आख्या कार्यालय में उपलब्ध कराने के निर्देश परियोजना निदेशक जिला जल एवं स्वच्छता मिशन को दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण हिमांशु जोशी, अधिशासी अभियंता रामनगर मनोज गंगवार, अधिशासी अभियंता अजय कुमार, तरूण शर्मा, ज्योति पालनी, परियोजना निदेशक जिला जल एवं स्वच्छता मिशन पद्मेन्द्र भण्डारी आदि उपस्थित थे।