कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को चुनाव आयोग ने बिहार में एक चुनावी रैली के दौरान की गई कथित सांप्रदायिक टिप्पणी करने का जिम्मेदार मानते हुए उनके प्रचार करने पर 72 घंटे की रोक लगा दी। आरोप है कि सिद्धू ने मुस्लिम समुदाय को चेताया कि बिहार में उनके वोट बांटने की कोशिश हो रही है।
सिद्धू के बयानों की कड़ी निंदा करता है आयोग
आदेश में कहा गया कि आयोग कटिहार जिले के बरसोई और बरारी में चुनाव प्रचार के दौरान सिद्धू के बयानों की कड़ी निंदा करता है। आयोग संविधान के अनुच्छेद 324 और इस संबंध में मिली सभी अन्य शक्तियों के तहत, उन पर 23 अप्रैल 2019 से 72 घंटों के लिए वर्तमान चुनावों के संबंध में कोई जनसभा, जुलूस, सार्वजनिक रैली, रोड शो करने और साक्षात्कार, मीडिया में सार्वजनिक बयान देने पर रोक लगाई जाती है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने 16 अप्रैल को कटिहार की एक चुनाव रैली में यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि मुस्लिम मतदाताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराने के लिए एकजुट होकर मतदान करना चाहिए। इस रैली में सिद्धू कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर के पक्ष में प्रचार कर रहे थे।