आईआईटी रुड़की, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान और द इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग इंडिया की ओर से तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। अभिनव इंजीनियरिंग डिजाइन विषय पर आधारित सम्मेलन के शुभारंभ पर बतौर मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि इंजीनियरिंग ने मनुष्य जीवन को आसान बनाया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन अनुसंधान विद्वानों के बीच नवाचार के महत्व को बढ़ावा देने का काम करते हैं।
शनिवार को आईएसबीटी समीप द इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर उत्तराखंड सेंटर के सभागार में आयोजित सम्मेलन में शोधकर्ताओं को डिजाइन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। एनआईटी उत्तराखंड के निदेशक प्रो. श्याम लाल सोनी ने बताया कि सम्मेलन में भारत समेत चीन, हंगरी और सिंगापुर के प्रतिभागियों की ओर से सौ से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। जिसमें डिजाइन प्रोसेस, एंटीना, माइक्रोवेव, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सुरक्षा, स्मार्ट बिल्डिंग आदि के शोध पत्र शामिल होंगे।
प्रतिभा और रचनात्मकता प्रदर्शित करने के लिए मंच उपलब्ध करना
साथ ही उन्होंने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य छात्रों और विद्वानों में नवाचार के प्रति प्रतिभा और रचनात्मकता प्रदर्शित करने के लिए मंच उपलब्ध करना है। जिससे युवाओं के रचनात्मक विचारों को प्रयोग कर डिजाइनिंग के स्तर को बढ़ाया जा सके। सम्मेलन के समापन पर सर्वोत्तम तरीकों से अपने शोध पत्रों का प्रदर्शन करने वाले शोधकर्ताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।
इस अवसर पर द इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह, उत्तराखंड राज्य विज्ञान और प्रौद्यौगिकी परिषद के महानिदेशक डॉ. राजेंद्र डोभाल, एमसीडीबी के अध्यक्ष इंजीनियर जगरूप सिंह, ग्राफिक एरा डीम्ड विवि के चांसलर प्रो. (डॉ.) आरसी जोशी, डीआईटी विवि कुलपति प्रो. केके रैना, आईआईटी रुड़की के डीआईसी प्रो. अपूर्व कुमार शर्मा समेत विभिन्न संस्थानों के पदाधिकारी मौजूद रहे।