निष्पक्ष एवं न्यायसंगत कानून व्यवस्था, भाजपा सरकारों की पहचान : भट्ट

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  • महिला इंसाफ पर नाकाम कांग्रेस, देवभूमि की छवि खराब करने मे जुटी

देहरादून 8 सितंबर । भाजपा ने अपराध मुक्त शासन को अपनी सरकारों की पहचान बताते हुए राज्य में भी न्यायसंगत एवं निष्पक्ष कानून व्यवस्थता होने का दावा किया है ।

प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने विपक्ष को आइना दिखाते हुए कहा कि हिमाचल में दलित युवक के टुकड़े टुकड़े होना, राजस्थान के रेप में नंबर वन होने को मर्दानगी बताने और अपनी पार्टी एवं सरकारों में मातृ शक्ति की रक्षा करने में अक्षम लोग शांत प्रदेश की छवि खराब करने में लगे हैं । जबकि उतराखंड सभी घटनाओं में हुई निष्पक्ष एवं कठोर कार्यवाही से जनता पूरी तरह संतुष्ट है।

मीडिया से हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में कानून व्यवस्था पूरी तरह चाक चौबंद है । किसी भी तरह की घटना संज्ञान में आते ही तत्काल निष्पक्ष कठोर कार्यवाही की जा रही है । हमारी सरकार अपराधों के मुद्दे पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है, विशेष कर महिला अपराधों को लेकर बेहद गंभीर है । आज एक भी उदाहरण ऐसा नहीं है जिसमे त्वरित कठोर कार्यवाही सुनिश्चित नही की गई हो। चाहे आईएसबीटी की घटना हो, चाहे रुद्रपुर की, चाहे रानीखेत या जसपुर की या चाहे कोई अन्य, सभी घटनाओं के आरोपी सलाखों के पीछे अपनी सजा का इंतजार कर रहे हैं । इसी तरह हल्द्वानी के दंगाइयों की बात हो या बनवसा नेपाल सीमा की बात हो सभी प्रकरणों में बिना किसी पक्षपात के कानून सम्मत कार्यवाही की गई है ।
साथ ही कहा कि राज्य की जनता सभी घटनाओं में हुई शासन प्रशासन की कार्यवाही से संतुष्ट है, लिहाजा कानून व्यवस्था को लेकर प्रश्न खड़ा करने का सवाल ही नहीं उठता है ।

उन्होंने आरोप लगाया कि हैरान परेशान मुद्दाविहीन एवं विचारहीन कांग्रेस नित नए नए झूठ एवं प्रपंच के साथ सामने आती है । केंद्र में 10 और राज्य में 8 वर्ष से आधी सत्ता से बाहर रहने के कारण वह येन केन प्रकारेण सरकार को बदनाम करने की कोशिश में जुटी रहती है । जबकि सचाई यह है कि कांग्रेस और उनके सहयोगी सरकारें अपराध और उसमे भी विशेषकर महिला अपराधों के लिए कुख्यात रही हैं । ये अपनी सरकारों में अपनी ही पार्टी के नेताओं के साथ हुए अपराधों में भी न्याय करने में अक्षम रहते हैं, चाहे कर्नाटक में कांग्रेस नेता की बेटी की नृसंस हत्या हो, चाहे छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ हुआ शोषण हो, चाहे असम की युवा प्रभारी के साथ राष्ट्रीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा किया यौन शौषण हो । हिमाचल में एक दलित युवक को मुस्लिम समुदाय ने 8 टुकड़ों में काट दिया, लेकिन एक भी कांग्रेसी की आवाज नही निकली, अयोध्या कन्नौज, कलकत्ता ऐसी अनेकों घटनाओं में इनकी चुप्पी महिला अपराध पर बेनकाब करने वाली है । इनके गठबंधन के बड़े नेता तो बलात्कार को लड़कों की गलती ठहराते थे और राजस्थान के रेप में नंबर आने को इनके मंत्री मर्दानगी की निशानी बताते थे ।

उन्होंने तंज किया कि कांग्रेस नेताओं ने राजनैतिक चश्मा पहना हुआ है, यही वजह है कि उन्हे इन घटनाओं में की गई त्वरित एवं कठोरतम कार्यवाही दिखाई नही देती है । सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए विपक्ष सरकार की संवेदनशीलता और गंभीरता पर झूठे आरोपों का एजेंडा चला रहा हैं।

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