दिल्ली में मंकीपॅाक्स का एक और मरीज मिला है। 22 साल की संक्रमित अफ्रीकी मूल की युवती को दिल्ली स्थित एलएनजीपी ‘लोक नारायण जयप्रकाश’ अस्पताल में भर्ती कराया गया। जागरण संवाददाता राहुल चौहान के मुताबिकए नाइजीरियाई युवती में मंकीपाक्स की पुष्टि के बाद लोकनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। युवती को है हल्का बुखारए मुंह में छाले और शरीर पर लाल दाने मिले हैं। युवती ने एक महीने पहले नाइजीरिया की यात्रा की थी। लोकनायक अस्पताल में भर्ती मंकीपाॅक्स मरीजों की संख्या अब चार हो चुकी है। दिल्ली में 17 जुलाई को मंकीपाक्स का पहला मामला सामने आया था।
मरीज ने एक महीने पहले नाइजीरिया का दौरा किया था
एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल निदेशक डॅाक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि लक्षण मिलने के बाद महिला का सैंपल जांच के लिए भेजे गए थेए जो पॅाजीटिव आए हैं। बता दें कि मरीज ने एक महीने पहले नाइजीरिया का दौरा किया था। देश में मंकीपाॅक्स से संक्रमित यह दूसरी युवती हैं। कुछ दिनों पहले राजधानी दिल्ली में सोमवार को मंकीपॉक्स के दो नए मामले सामने आए थे। इनमें एक मरीज में मंकीपॉक्स की पुष्टि हो गई।
डाॅ कुमार ने कहाए मंकीपाॅक्स के चार मरीज अस्पताल में भर्ती हैं और एक मरीज को अस्पताल से छुट्टी दी गई। डॅाक्टरों की टीम महिला की उपचार में जुटी है। बता दें कि दिल्ली में मंकीपॅाक्स का पहला मामला 24 जुलाई को सामने आया था। 23 जुलाई को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपाॅक्स को लेकर् ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा की थी। वहींए भारत में मंकीपॅाक्स का पहला मामलैा केरल के कोल्लम जिले में सामने आया था।
जानें विशेषज्ञ मे मंकीपाॅक्स के बारे में क्या कहा
मंकीपाॅक्स के बारे में दिल्ली के नामी लोक नायक अस्पताल के डा0 सुरेश कुमार ने बताया कि मंकीपॉक्स कोई घातक बीमारी नहीं है। बुखारए सिर दर्दए शरीर में दर्दए शरीर के हिस्सों में लाल दाने और कमजोरी इसके प्रमुख लक्षणों में शामिल है। मंकीपॉक्स होने के कुछ सामान्य दवाइयां लेने के बाद दो से तीन सप्ताह में मरीज ठीक हो जाता है।
मंकीपॉक्स के लक्षण –
- शरीर पर सुस्ती आना
- खुजली की समस्या होना
- बार.बार तेज बुखार आना
- पीठ और मांसपेशियों में दर्द
- त्वचा पर दाने और चकत्ते पड़ना
- गला खराब होना और बार.बार खांसी आना
- ऐसे फैलता हैं मंकीपॉक्स
- किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से
- संक्रमित व्यक्ति के कपड़ेए तौलिया बिस्तर जैसी चीजों का इस्तेमाल करने से
- संक्रमित जानवर के काटने सेए उसके खूनए शरीर के तरल पदार्थ को छूने से।