हरिद्वार में देर रात एसडीएम मनीष सिंह ने ज्वालापुर मंडी में औचक निरीक्षण के दौरान कई गड़बड़ियां पकड़ी। इस दौरान खाद्य सामग्रियों से लदे ट्रक बगैर तौल के ही मंडी के अंदर जा रहे थे। ट्रक चालकों को मंडी में प्रवेश की पर्ची भी नहीं दी गई थी। इससे मंडी शुल्क में भारी गड़बड़ी की आशंका है। एसडीएम ने कार्यालय सीज कर संबंधित कर्मियों की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी है। निरीक्षण के दौरान अनियमितताएं मिलने पर एसडीएम ने मौके से ही फोन पर मंडी सचिव को फटकार भी लगाई।
वाहनों को प्रवेश के समय नहीं दी जा रही थी प्रवेश पर्ची
गुरुवार देर रात करीब साढ़े बारह बजे एसडीएम मनीष सिंह ने ज्वालापुर स्थित मंडी का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मंडी के प्रवेश द्वार पर बिना तुले ही सब्जियों और अन्य खाद्य सामग्रियों से भरे ट्रकों को प्रवेश करने दिया जा रहा था। साथ ही वाहनों को प्रवेश के समय प्रवेश पर्ची भी नहीं दी जा रही थी। इसके बाद एसडीएम ने मौके से ही मंडी सचिव को फोन करके मामले की सारी जानकारी के साथ रात को तैनात कर्मचारियों के नाम व फोन नंबर की जानकारी ली। लेकिन सचिव ने रात के समय किसी भी कर्मचारी के तैनात न होने की बात कही। जिस पर एसडीएम मनीष सिंह ने फोन पर ही सचिव को जमकर फटकार लगाई। तभी मौके पर मंडी सहायक अजय कुमार पहुंच गए। सही जानकारी न देने पर मंडी सहायक को भी फटकारा।
एसडीएम मनीष सिंह ने बताया कि मौके पर दो पीआरडी के जवान और धर्मकांटे लगाने वाली कंपनी के दो कर्मचारी दीपक और मोनू उपस्थित थे। लेकिन मंडी का कोई भी कर्मचारी मौके पर मौजूद नहीं था। उन्होंने बताया कि ट्रकों के प्रवेश का रफ विवरण बनाया जा रहा था। पता चला कि मंडी सहायक अजय कुमार अगले दिन प्रवेश पर्ची काटते हैं। बताया कि मौके पर ही कार्यालय को सीज कर दिया गया था, जिसे शुक्रवार को खोल दिया गया। एसडीएम ने बताया कि संबंधित कर्मियों के विरुद्ध जिलाधिकारी को रिपोर्ट बनाकर भेज दी गई है।