राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चैहान ने कहा कि सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को शिक्षण के साथ अन्य गतिविधियों में लगाया जाता है। जो स्कूलों में पढ़ाई बाधित होने और छात्र संख्या गिरने की वजह है। शिक्षा संवर्धन विषय पर आयोजित कार्यशाला में सरकारी स्कूलों में शिक्षा की स्थिति को बेहतर बनाने और स्कूलों से कम हो रही छात्र संख्या को नियंत्रित करने के विषय में चर्चा की गई। शिक्षकों की नियुक्ति देश के भविष्य को तैयार करने के लिए होती है, इसलिए उनसे शिक्षण कार्य ही कराया जाए। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की ओर से मंगलवार को काठगोदाम स्थित एक बैंक्वेट हॉल में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
विभाग में अनिवार्य सेवानिवृत्ति की तैयारियों पर भी जताई नाराजगी
कार्यशाला में जिले के पदाधिकारियों के साथ जिले के शिक्षकों ने हिस्सा लिया। शिक्षकों ने कहा कि शिक्षक इस समय चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम कर रहे हैं। उन्हें शिक्षण के साथ ही अन्य काम में लगाया जा रहा है। जिससे पढ़ाई बाधित हो रही है। शिक्षकों को पढ़ाई के साथ अन्य कामों में लगाये जाने से नये प्रयास नहीं कर पाते हैं। कार्यशाला के दौरान विभाग में अनिवार्य सेवानिवृत्ति की तैयारियों पर भी नाराजगी जाहिर की गई। वक्ताओं ने यह भी कहा कि प्रैक्टिकल नॉलेज देने से बच्चों का विकास होने की बात कही। कार्यक्रम का संचालन जिला मंत्री डिकर सिंह पडियार ने किया।