देश में पुलवामा आतंकी हमले के बाद से इसका बदला लेने की आग लोगों में ही नहीं सुरक्षा बलों और सेना के तीनों अंगों में भी था। हमले के लिए सभी आतुर थे। इस बड़ी कार्रवाई के लिए चुना भी भारतीय वायुसेना के खतरनाक मिराज 2000 जंगी जहाज को। हमला करने वाली टुकड़ी के 12 लड़ाकू विमानों ने जैश-ए-मोहम्मद के बालाकोट स्थित आतंकी कैंप पर इतनी सटीक, घातक हमला किया कि महज 21 मिनट में बालाकोट का पूरा आतंकी कैंप ध्वस्त हो गया। इसके बाद सारे विमान सकुशल वापस अपनी धरती पर लौट आए और देशभर में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
ग्वालियर समेत अलग-अलग एयरबेस से उड़ान भरे भारतीय वायुसेना के 12 मिराज विमानों ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के कई ठिकनों पर 1000 किलो बम बरसाए। 21 मिनट की कार्रवाई में वायुसेना ने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे पुराने प्रशिक्षण शिविर को नेस्तानाबूत कर दिया। सुबह 4ः06 बजे वायुसेना के 12 मिराज विमान पुलवामा हमले का बदला लेकर वापस भारतीय सीमा में घुस आए।
पाकिस्तान सेना की मीडिया शाखा अंतर-सेवा जन संपर्क (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर माना कि भारत ने हमला किया। मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय वायुसेना के विमान मुजफराबाद सेक्टर से घुसे। पाकिस्तानी वायुसेना की ओर से समय पर और प्रभावी जवाब मिलने के बाद वह जल्दबाजी में खाली मैदानों में बम गिरा कर पाक स्थित बालाकोट के करीब से बाहर निकल गए। उन्होंने कहा, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया है।
पाकिस्तान ने भारत की कार्रवाई के खुद भी दिए सबूत
पाकिस्तान ने भारत की कार्रवाई का सबूत भी खुद दिया। पाक के मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर हमले की चार तस्वीरें जारी कीं। तस्वीरें अपने आप में तबाही बयां कर रहीं थीं। हालांकि, पाक ने बताया कि इस हमले में किसी जानमाल को कोई नुकसान नहीं हुआ है और यह हमला निर्जन स्थान पर हुआ है।