पहाड़ी दरकने से जौनसार-बावर का मुख्य मोटर मार्ग कालसी-चकराता हाईवे जजरेड़ में 11 घंटे तक बंद रहा। सोमवार रात से लेकर मंगलवार तक मार्ग बंद रहने से हाईवे पर सैकड़ों वाहनों की लंबी कतारें लग गयी। मंगलवार सुबह चार बजे से लेकर दोपहर तक लोगों को मार्ग खुलने का इंतजार करना पड़ा।पिछले करीब चार साल से जजरेड़ की पहाड़ी दरकने से आए दिन हाईवे बाधित हो जाता है। बरसात में हर वर्ष जजरेड़ की पहाड़ी दरकने से भारी दिक्कत होती है। सोमवार रात को ग्यारह बजे जजरेड़ की पहाड़ी दरकने से मार्ग बंद हो गया।
सैकड़ों वाहनों की लगी लंबी कतारें
मंगलवार सुबह सात बजे तक मार्ग बंद रहा। लोनिवि ने मार्ग के दोनों ओर से एलएनटी मशीन लगाकर मार्ग को खुलवाया। जिसके बाद यातायात खुला। लेकिन दो घंटे बाद नौ बजे फिर जजरेड़ की पहाड़ी दरकने से मलबा मार्ग पर आ गया और मार्ग फिर बंद हो गया। नौ बजे से लेकर बारह बजे तक मार्ग पूरी तरह से बंद रहा। जिसके चलते मार्ग के दोनों ओर सैकड़ों वाहनों की लंबी कतारें लग गयी।
दोपहर बारह बजे तक लोग सड़क के दोनों ओर अपने वाहनों को खड़ा कर सड़क किनारे भूखे प्यासे बैठकर मार्ग खुलने का इंतजार करते रहे। बारह बजे मार्ग को फिर से खोला गया है। जिसके बाद यातायात शुरू हो पाया। अधिशासी अभियंता डीपी सिंह ने बताया कि मार्ग को खोलने के लिए मार्ग के दोनों ओर दो एलएनटी मशीनें लगाई गयी हैं।