Video : डोईवाला में बड़ा अग्निकांड टला: स्थानीय लोगों की सूझबूझ से बचा बैंक और शोरूम

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देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह ) : हरिद्वार मार्ग पर स्थित IDBI BANK आईडीबीआई बैंक में आज एक बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई।

बैंक के साइलेंट जनरेटर में अचानक आग लग गई, जिससे आसपास के क्षेत्र में हड़कंप मच गया।

बैंक परिसर में स्थित साइलेंट जनरेटर में अचानक लग गई आग

पास की बिल्डिंग में कार्यरत मिठाई की दुकान के कारीगरों ने तत्काल कार्रवाई की

छत पर वेल्डिंग कार्य कर रहे वेल्डर और उनके हेल्पर ने भी आग बुझाने में मदद की

स्थानीय लोगों की सूझबूझ से बड़ी दुर्घटना टल गई

मौके पर उपलब्ध जल संसाधन

आईडीबीआई बिल्डिंग की छत पर तीन सफेद रंग की पानी की टंकियां थीं,

जिनकी कुल क्षमता लगभग 3000 लीटर थी

बगल की बिल्डिंग पर छह पानी की टंकियां थीं,

जिनकी कुल क्षमता 6000 लीटर थी

घटनास्थल के नजदीक बड़ी संख्या में खड़े हीरो होंडा शो रूम के दो पहिया वाहन
घटनास्थल के नजदीक बड़ी संख्या में खड़े हीरो होंडा शो रूम के दो पहिया वाहन

इन जल संसाधनों की उपलब्धता ने आग पर काबू पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई

और टल गया बड़ा अग्निकांड

डोईवाला में आज एक बड़ा अग्निकांड टल गया ,

जब हरिद्वार मार्ग स्थित आईडीबीआई बैंक के साइलेंट जनरेटर में अचानक आग लग गई।

स्थानीय लोगों की तत्परता और सूझबूझ से न केवल बैंक को बचा लिया गया,

बल्कि एक बड़ी दुर्घटना भी टल गई,

जो कि पास के हीरो होंडा शोरूम और मिठाई की दुकान तक फैल सकती थी।

सबसे पहले किसने देखी आग

दोपहर लगभग 12:00 बजे, विद्युत विभाग का एक मीटर रीडर मीटर रीडिंग के लिए बैंक में आया था।

उसी ने सर्वप्रथम जनरेटर में लगी आग को देखा

और तुरंत बैंक कर्मचारियों को सूचित किया।

बैंक के शाखा प्रबंधक संदीप कुमार बालियान उस समय एक मीटिंग में बाहर थे,

जिन्हें फोन पर इस घटना की जानकारी दी गई।

Sandeep Kumar Baliyan,Branch Manager,IDBI Doiwala
Sandeep Kumar Baliyan,Branch Manager,IDBI Doiwala

बड़ा अग्निकांड टला

इस घटना ने जो विनाशकारी रूप ले सकता था,

उसका अंदाजा इन तथ्यों से लगाया जा सकता है:

बैंक के निचले तल पर स्थित हीरो होंडा शोरूम में 80 से अधिक नए दोपहिया वाहन और 40 अन्य वाहन खड़े थे

पास की मिठाई की दुकान में बड़ी संख्या में LPG गैस सिलेंडर रखे थे

यदि आग इन तक पहुंच जाती,

तो करोड़ों का नुकसान हो सकता था और जान-माल का भी खतरा था

मौके पर कार्यरत लोगों की तत्परता

घटनास्थल के आस पास के लोगों ने जो साहसिक कदम उठाए:

मिठाई की दुकान के कर्मचारियों ने तत्काल एलपीजी सिलेंडरों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया

छत पर वेल्डिंग कार्य कर रहे कारीगरों ने आग बुझाने में मदद की

लगभग छह लोगों ने छत पर रखी पानी की टंकियों से बाल्टियों में पानी भरकर आग पर डाला

बैंक की छत पर 1000 लीटर क्षमता की तीन टंकियां थीं

मिठाई की दुकान की छत पर 1000 लीटर क्षमता की छह टंकियां थीं

बैंक कर्मचारियों की भूमिका

शाखा प्रबंधक संदीप कुमार बालियान के अनुसार बैंक कर्मचारियों के द्वारा शाखा में रखे 5 अलग-अलग फायर एक्सटीन्गुइशर का उपयोग किया गया

जिसके माध्यम से आग को नियंत्रित करने का शुरआती प्रयास किया गया

दमकल विभाग की भूमिका

अग्निशमन दल के अधिकारी दिगंबर प्रसाद डंगवाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे

और आग को पूरी तरह से नियंत्रित किया।

दमकल विभाग की कार्रवाई से पहले ही स्थानीय लोगों ने आग पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया था।

इन्होने बुझाई आग

मिठाई की दुकान के कर्मचारी अजय,संजय साहनी, वेल्डिंग कार्य कर रहे पियूष कुमार और अंकित कुमार के साथ ही बैंक कर्मचारियों और अन्य लोगों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है

तकनीकी विवरण और जांच

बैंक में स्थापित 62.5 किलोवाट का साइलेंट जनरेटर घटना के समय बंद था

आग लगने के कारणों की जांच जारी है

बैंक प्रबंधन के अनुसार किसी महत्वपूर्ण दस्तावेज को नुकसान नहीं पहुंचा

इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि आपात स्थिति में स्थानीय लोगों की तत्परता और सामुदायिक सहयोग किसी बड़ी त्रासदी को टालने में कितना महत्वपूर्ण हो सकता है।